बिहार: बिहार में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी को सुरक्षा प्रदान करने वाले पुलिसकर्मियों को लेकर नीतीश कुमार सरकार पर हमला बोला। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पिता और माता क्रमशः लालू प्रसाद एवं राबड़ी देवी इन दिनों अपने गृह जिले गोपालगंज में हैं। एक वीडियो फुटेज में बुजुर्ग दंपती को उनकी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी उन्हें बारिश से बचाने के लिए उनके सिर पर छाता लगा कर ले जाते दिख रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू, लालू प्रसाद को पंजीकृत अपराधी कहती थी, लेकिन अब राजद सुप्रीमो उनके लिए सम्माननीय व्यक्ति हैं। मुझे पता चला है कि पुलिस उपाधीक्षक उनके सिर पर छाता लगाए चल रहे थे। अब उनकी सेवा करने की बारी जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की भी हो सकती है।’’
यह पूछे जाने पर प्रसाद ने यह दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन ‘‘इंडिया’’ से चुनाव हार जायेंगे, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘उन्हें (प्रसाद) खुद के बारे में गौर करना चाहिए। उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया है और वह ग्राम पंचायत के लिए भी चुनाव नहीं लड़ सकते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कम से कम लालू प्रसाद के पास वोट का आधार है। नीतीश कुमार के पास वह भी नहीं है। वह राजद की बैसाखी के सहारे सत्ता में टिके हुए हैं। यही कारण है कि वह बेशर्मी से अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता से समझौता कर रहे हैं।’’ नीतीश कुमार ने भाजपा पर उन्हें राजनीतिक रूप से कमजोर करने के लिए उनकी पार्टी को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए पिछले साल राजग से नाता तोड़ लिया था।
प्रसाद के सिर पर छाता लेकर चलने वाले हथुआ के अनुमंडल पुलिस अधिकारी अनुराग कुमार ने इस घटना पर नकारात्मक रिपोर्ट पर अफसोस जताते हुएकहा कि उन्होंने ‘‘अच्छी भावना ’’ से ऐसा किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं छाता लेकर जा रहा था क्योंकि भारी बारिश हो रही थी और मुझे अपने हथियार की सुरक्षा करनी थी। हम जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के निर्देशों के अनुसार घटनास्थल पर थे कि आगंतुकों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाए।’’ विवाद के बारे में पूछे जाने पर अनुमंडल पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘वह (प्रसाद) एक वृद्ध व्यक्ति थे, जिन्हें स्पष्ट रूप से भारी बारिश में चलने में कठिनाई हो रही थी। इसलिए मैंने वह किया जो मुझे मानवीय आधार पर करना चाहिए था। मैंने अच्छी भावना से ऐसा किया।’’ राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा,‘‘लालू प्रसाद और राबड़ी देवी दोनों बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री हैं।
पार्टी अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं, उन्हें मिले सुरक्षा कवर में कुछ भी अनियमित नहीं था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, पुलिस अधिकारियों ने जो किया वह कुछ ऐसा था जो कोई भी मानवीय विचार से किसी बीमार, बुजुर्ग व्यक्ति के लिए कर सकता था।भाजपा हमेशा ओछी राजनीति में लगी रही है। ऐसा लगता है कि इसने बुनियादी शालीनता छोड़ दी है।’’ प्रसाद और राबड़ी देवी ने अपने पैतृक गांव में पुराने दोस्तों और परिवार के सदस्यों से मुलाकात की जहां वे कई वर्षों के बाद गए हैं। दोनों नेताओं ने राजद सुप्रीमो की मां की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के अलावा थावे इलाके के एक प्रसिद्ध मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। बड़ी संख्या में महिलाओं समेत स्थानीय निवासियों ने सरकार से अपनी शिकायतों के बारे में राबड़ी देवी को याचिकाएं सौंपीं। उन्होंने उन्हें आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।