गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने की छापेमारी, 266 लीटर स्प्रिट के साथ 8 तस्कर गिरफ्तार
पटनाः बिहार में शराबबंदी के बावजूद भी शराब कारोबारियों का मनोबल थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य में कई जगहों पर चोरी छुपे अवैध शराब निर्माण का भी काम धड़ल्ले से चल रहा है. जिसका नतीजा यह है कि जहरीली शराब पीने के कारण राज्य में अब तक कई लोगों की मौतें हो चुकी है. पिछले कुछ महीनों पहले बक्सर के अमसारी गांव में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत के बाद हड़कंप मच गया था.
जिसके बाद से ही बक्सर पुलिस ऐसे कारोबारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई में जुटी हुई है. इसी कड़ी में बक्सर पुलिस ने अवैध शराब कारोबार के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए न केवल इस कारोबार से जुड़े लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. बल्कि भविष्य में जहरीली शराब से होने वाली एक और बड़ी घटना पर विराम लगा दिया है.
गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने की छापेमारी
दरअसल बक्सर पुलिस ने अवैध शराब कारोबार से जुड़े एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है. पुलिस ने इस गैंग का खुलासा करते हुए 8 लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. छापेमारी के दौरान पुलिस ने इनके पास से 266 लीटर स्प्रिट के अलावा स्टिकर और शराब बनाने की अन्य सामग्रियां भी बरामद की है. पुलिस ने गिरफ्तार किए गए लोगों में 5 लोग हिस्ट्रीशीटर हैं और पहले से ही अवैध शराब के कारोबार से उनका संबंध रहा है.
मिली जानकारी के मुताबिक इन लोगों का संबंध अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़ा हुआ है जो बिहार के बक्सर जिले के सीमावर्ती इलाके में भी अवैध शराब बनाने का कारोबार करते हैं. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी करते हुए बक्सर के नावानगर और सासाराम से सटे सीमावर्ती इलाकों से उनकी गिरफ्तारी करने में कामयाबी हासिल की है.
अवैध शराब कारोबार के लिए सक्रिय था नेटवर्क
बक्सर एसपी नीरज कुमार सिंह के मुताबिक पिछले दिनों उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ शराब से संबंधित एक समीक्षा बैठक की थी. जिसके बाद सभी की मॉनिटरिंग करने का टास्क दिया गया था. दरअसल, इसी के बाद डुमरांव अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राज के नेतृत्व में जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि पूर्व में शराब कारोबार से जुड़े कुछ लोग जेल से छूटने के बाद एक बार फिर शराब के धंधे में जोर-शोर से लगे हुए हैं.
पुलिस ने इनके बारे में पहले सूचना एकत्र की और उसके बाद टीम बनाकर एक साथ छापेमारी कर सभी को मौके से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में पता चला कि अवैध शराब कारोबार के लिए उनका एक अपना नेटवर्क सक्रिय था. जिसके जरिए यह लोग सीमावर्ती राज्य से स्प्रिट लाकर शराब बनाते थे और फिर इसकी सप्लाई करते थे.