पीएमसीएच के मरीजों को भा रही दीदी की रसोई
पिछले 40 दिनों में जीविका दीदियों द्वारा 37 हजार मरीजों को खाना परोसा गया
पटना: पीएमसीएच के मरीजों को जीविका दीदी की रसोई का खाना भा रहा है. पिछले 40 दिनों में जीविका दीदियों द्वारा 37 हजार मरीजों को खाना परोसा गया. खाने को लेकर उनमें से एक भी मरीज की शिकायत अस्पताल प्रशासन को नहीं मिली. पहले खाने की गुणवत्ता को लेकर मरीजों की शिकायत आम बात थी.
हथुआ वार्ड में भर्ती समस्तीपुर के मरीज के एक परिजन ने बताया कि वे पिछले तीन दिनों से मरीज के साथ वार्ड में भर्ती हैं. यहां डॉक्टर द्वारा सुझाए गए खाना की भी आपूर्ति मरीज के लिए हो रही है. सुबह में आधा लीटर दूध, एक अंडा, ब्रेड, केला और एक अन्य सेब मिल जाता है. दोपहर में चावल, दाल, सब्जी और रात में रोटी,
दाल, हरी सब्जी मिलती है. जीविका की सुपरवाइजर रूपाली प्रिया ने बताया कि खाने की गुणवत्ता को लेकर एक अलग टीम मरीजों और उनके परिजनों से फीडबैक भी लेती है. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि खाने को लेकर उनकी कोई शिकायत रहे तो तत्काल उसका निपटारा किया जाए और उसमें सुधार किया जा सके.
पीएमसीएच में कार्यरत नर्सों को जीविका दीदियों की ड्रेस नहीं भा रही है. वे उन्हें ड्रेस पहनकर वार्ड में आने से रोक भी रही हैं. खाना बांटनेवाली एक जीविका दीदी रिंकी (बदला नाम) ने बताया कि उनलोगों को सफेद ड्रेस (एप्रन) पहनकर ही वार्ड में जाने का निर्देश है. इस तरही की ड्रेस पीएमसीएच की नर्सों भी पहनती हैं. कुछ नर्सों द्वारा ड्रेस पहनकर वार्ड में आने से रोका जाता है. रिंकी ने बताया कि नर्सों का कहना है कि ड्रेस पहनकर खाना बांटने से उनको अपमान महसूस होता है.