जातीय गणना की मांग से पीएम भी घबराहट में विजय

Update: 2023-10-09 13:52 GMT
बिहार |  संसदीय कार्य मंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि जातीय गणना की सफलता से कई नेता भौचक हैं. वहीं, भाजपा तो खास बेचैनी महसूस कर रही है. सच्चाई यह है कि इस गणना की सफलता से राष्ट्रीय स्तर पर भी जाति आधारित जनगणना कराने की उठ रही मांग से प्रधानमंत्री भी घबराहट महसूस कर रहे हैं, जो उनके भाषणों में स्पष्ट दिखता है.
श्री चौधरी ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि जिनके परिजनों ने सभी सूचनाएं गणक-कर्मचारियों को दी, वहीं नेतागण फर्जीवाड़े का आरोप लगा रहे. बदहवासी का आलम यह है कि भाजपा के कुछ नेतागण सभी आंकड़ों को सार्वजनिक करने की मांग कर रहे, तो इसी दल के बड़े नेता निजता के अधिकार के हनन के आधार पर न्यायालय की अवमानना का प्रश्न मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि नीतीश सरकार को मिल रही वाहवाही से बेचैन भाजपा भूल जाती है कि इस फैसले में वह भी शामिल रही है. मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में भी स्पष्ट किया है कि किसी को अगर कुछ विसंगति दिखती है तो सरकार जरूर उसका संज्ञान लेगी.
फिर भी बिना किसी प्रमाण के ईर्ष्या-जलन भाव से सतही आरोप लगाना अजब मानसिकता है.
सामाजिक न्याय के असली पुरोधा थे कैलाशपति गिरिराज
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि कैलाशपति मिश्र सामाजिक न्याय के असली पुरोधा थे. उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर और कैलाशपति मिश्र के प्रयास से ही पिछड़ों को आरक्षण मिला.
बापू सभागार में उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नहीं होती तो नीतीशजी मुख्यमंत्री नहीं बनते. यह भी कहा कि 1990 में मुख्यमंत्री बनने के लिए लालू भाजपा का समर्थन लेने राजेंद्र नगर संघ कार्यालय गए थे. कैलाशपतिजी ने उनकी मदद की थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को आरक्षण पर बोलने का हक नहीं है. कांग्रेस ने आरक्षण की सिफारिश को दबाए रखा था. जातीय सर्वे रिपोर्ट पर उन्होंने कहा कि समाज को बांटने का काम हो रहा है. उन्होंने 2024 चुनाव में केंद्र में मोदी सरकार बनाने का आह्वान किया.
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