पटना न्यूज़: बरसात में डेंगू का खतरा बढ़ गया है. इसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया है. डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह की ओर से इस संबंध में एक आदेश जारी किया गया. उन्होंने डेंगू को लेकर आमलोगों में जागरूकता लाने, स्कूलों के आसपास एंटी लार्वा का छिड़काव करने और स्कूलों में बच्चों पर विशेष ध्यान देने को कहा है.
डीएम ने कहा है कि डेंगू का प्रकोप बढ़ सकता है इसीलिए सभी पीएचसी, सीएचसी और जिला अस्पतालों में क्यूआरटी का गठन वहां के प्रभारी करें. उसे तत्काल प्रभाव से सक्रिय बनाएं. उन्होंने कहा कि यदि स्कूली बच्चों में बीमारी का लक्षण दिखता है तो उनके उपचार की समुचित व्यवस्था करें. शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा है कि शैक्षणिक संस्थानों पर नजर रखें. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा है कि डेंगू को लेकर कोई प्राइवेट अस्पताल लोगों में डर पैदा नहीं करें. जांच के नाम पर अधिक पैसा नहीं लें. जिन सरकारी संस्थानों में डेंगू की निशुल्क जांच होती है, उसकी जानकारी आमलोगों को दें. जुलाई माह को एंटी डेंगू माह के रूप में मनाया जा रहा है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों से स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू को लेकर जारी एडवाइजरी का अनुपालन स्कूलों में कराने को कहा है. इसके तहत बच्चों को बीमारी के बारे में जानकारी देने, पूरे शरीर को कपड़े से ढंक कर रखने, बीमारी का लक्षण होने पर उपचार कराने, शैक्षणिक संस्थानों के आसपास प्रबंधन को सफाई रखने, नालों में एंटी लार्वा रसायन टेमीफॉस का नियमित छिड़काव कराने को कहा गया है.
बचाव के उपाय:
● एडीज का मच्छर स्थिर साफ पानी में पनपता है
● कूलर, पानी की टंकी, पक्षियों के पीने के पानी का बर्तन, फ्रीज की ट्रे, फूलदान इत्यादि को प्रति सप्ताह खाली करें व धूप में सुखाकर प्रयोग करें
● नारियल का खोल, टूटे हुए बर्तन व टायरों में पानी जमा न होने दें
● घरों के दरवाजे व खिड़कियों में जाली और पर्दे लगायें
यह है लक्षण
● अचानक तेज सिर दर्द व तेज बुखार
● मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना
● आँखों के पीछे दर्द होना, जो कि आँखों को घुमाने से बढ़ता है
● जी मिचलाना एवं उल्टी होना
● गंभीर मामलों में नाक, मुँह, मसूड़ों से खून आना
● त्वचा पर चकत्ते उभरना
इन अस्पतालों में है जांच की सुविधा
पीएमसीएच, एनएमसीएच, आईजीआईएमएस, एम्स पटना और आरएमआरआई अगमकुआं में डेंगू जांच की सुविधा है. यहां एलाइजा एनएस-1 तथा आईजीएम किट से निशुल्क जांच की सुविधा है. डीएम ने प्रत्येक प्रखंड में रोगी कल्याण समिति के माध्यम से रैपिड टेस्ट किट उपलब्ध कराने को कहा है.