Patna: दिनदहाड़े खुलेआम पानी के अंदर चलाया जा रहा पॉकलेन

आपुन अवैध खनन करेगा

Update: 2024-10-22 06:36 GMT

पटना: उप मुख्यमंत्री सह खनन मंत्री विजय सिन्हा के बयान को हल्के में लेते हैं अधिकारी/ पदाधिकारी । तभी तो बालू माफिया खुलेआम बोलते है की आपुन अवैध खनन करेगा. सिस्टम पैकेट में है जहां जाना है जाओ देख लेंगे । यह वाक़या रविवार का है । सूबे में नियमतः 15 अक्टूबर से बालू का खनन शुरू हो गया है । इसके साथ ही पटना जिले में अवैध खनन चालू हो गया है । समाजिक कार्यकर्ता एवं ग्रामीणों ने अवैध खनन का विरोध किया तो एक नहीं सुनी गयी । ग्रामीणों ने अवैध खनन की शिकायत खनन मुख्यालय तक कर दिया और सबूत के तौर पर जीओ टैगिंग तस्वीर भेजा है । खनन सचिव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पटना जिला खनन पदाधिकारी को जांच का आदेश दिया है और कार्रवाई की रिपोर्ट मांगा है ।

पानी के अंदर से खुलेआम पॉकलेन द्वारा अवैध खनन

सोन नदी के चिन्हित अधिकांश भाग ई सी एरिया में पानी है और नदी का प्रवाह हो रहा है । मानसून सत्र के बाद अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ है की पटना, अरवल , रोहतास , औरंगाबाद आदि जिले में सैकड़ों पॉकलेन मशीन कूद गये हैं और पॉकलेन की गर्जना दिन - रात चौबीस घंटे हो रहा है । पानी के अंदर से अवैध बालू खनन कर जिला खनन , पुलिस- प्रशासन को खुलेआम चुनौती दे रहे है । वहीं विभा के अधिकारी- पदाधिकारी आंख बंद कर लिये हैं और अवैध खनन के बजाय दीपावली का उपहार दिखाई दे रहा है । खनन निरीक्षक कभी सोन नदी में दिखाई नहीं देते है ।

सोन नदी में बाँध बना मार डाले जल जीव

एनजीटी सीआ एवं जल संसाधन के बाढ़ प्रबंधन द्वारा जारी निर्देशिका में स्पष्ट उल्लेख है की बालू खनन के लिए नदी के प्राकृतिक प्रवाह को अवरोध ( छेड़- छाड. ) नहीं किया जायेगा । सोन नदी में बालू बंदोबस्तधारियों ने पटना - अरवल से लेकर औरंगाबाद तक नदी के धारा को मोड़ने के लिए बड़े पैमाने पर बांध बना दिया है । बांध बनाने के दौरान सैकड़ों- हजारों जल जीवों को पॉकलेन से कूचल कर मार डाला है । जिससे सोन नदी प्रदूषित हो गयी है । खनन विभाग की मिलीभगत तो समझ आती है लेकिन जल संसाधन विभाग, सोन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल खगौल क्या कर रही है । पूर्व में सोन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल खगौल सिर्फ़ पत्राचार करते रही है एक साल बीत जाने के बाद भी आरोपी बंदोबस्तधारियों पर एफ़आइआर तक नहीं किया गया है । जबकि सोन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल के पदाधिकारी का कहना है की सोन नदी में बांध बनाने के लिए किसी बंदोबस्तधारी को एनओसी नहीं दिया गया है ।

सचिव ने दिया जांच का आदेश, पटना डीएमओ से रिपोर्ट

सोन नदी में बालू खनन शुरू होते ही अवैध खनन की शिकायतें का अंबार लग गया है । पटना व अरवल जिला के ग्रामीणों ने जीओ टैगिंग फ़ोटो और दर्जनों वीडियो अवैध खनन से जुड़ा भेजा है और आरोप लगाया है की सीआ के निर्देशिका के शर्तों का पालन बालू बंदोबस्तधारी नहीं कर रहे हैं और जिला खनन पदाधिकारी के मिलीभगत से खुलेआम अवैध खनन एवं पानी के अंदर से पॉकलेन द्वारा बालू का खनन किया जा रहा है । इससे सोन नदी के जल जीव मर रहे है । खनन सचिव ने जांच का आदेश देते हुए मामले में पटना जीएमओ से कार्रवाई की रिपोर्ट मांगा है । अब देखना ही आगे की तरह मैनेज होता है या कार्रवाई । 

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