पटना: रहुई प्रखंड का एक ऐसा सरकारी स्कूल, जहां सीसीटीवी कैमरों से शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों पर नजर रखी जाती है.
स्कूल प्रशासन की सख्ती की वजह से बच्चे व शिक्षकों को चेतना सत्र में शामिल होना अनिवार्य है. स्कूल में 10 कमरे हैं. एक कमरा में सीसीटीवी कैमरों से लैस कार्यालय है. शिक्षकों व अभिभावकों के बैठने के लिए प्रर्याप्त संख्या में कुर्सियां लगी हुई हैं. प्राचार्य रंजीत कुमार ने बताया कि सभी वर्ग कक्षों में जरूरत के अनुसार बेंच-डेस्क उपलब्ध हैं. खास बात यह कि शिक्षकों की छुट्टी पर जाने पर बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हो, इस वजह से उच्च वर्ग के विद्यार्थी अपने से जूनियर वर्गों के बच्चों की पढ़ाई कराते हैं. ऐसे में कोई भी विद्यार्थी बेवजह वर्ग कक्ष से बाहर नहीं निकल पाता है. स्कूल की खासियत यह कि 100 फीसदी बच्चे ड्रेस में ही विद्यालय आते हैं. फल-फूल की महक से स्कूल परिसर गुलजार रहता है. किचेन गार्डन में उगायी गयीं सब्जियां एमडीएम में शामिल कर बच्चों के बीच परोसा जाता है. पेयजल की व्यवस्था के लिए दो हजार लीटर पानी की टंकी लगी हुई है. बच्चों को हाथ धोने के लिए हैडवाश की सुविधा है. सभी वर्ग कक्ष में चार-चार पंखे व ट्यूब लाइट व बल्ब लगे हुए हैं. ताकि, बच्चों को किसी तरह की परेशनी नहीं हो. कढ़ी पत्ता का पौधा, केला, अमरुद, आम, नीबू, औषधियुक्त पौधे, डबल डालिया फूल, लाजवंती पौधा के साथ कई फलदार वृक्ष स्कूल की शोभा बढ़ा रहे हैं. प्राचार्य ने बताया कि पहली से आठवीं कक्षाओं तक 435 विद्यार्थी नामांकित हैं. औसतन 75 फीसद बच्चे उपस्थिति होती है.
इन छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए नौ शिक्षक कार्यरत हैं.
सोनसिका स्कूल का भवन जर्जर
प्रखंड के सोनसिकरा प्राइमरी स्कूल का भवन जर्जर रहने की वजह से एक साल से खाली पड़ा हुआ है. कनीय अभियंता ने बताया कि भवन की मरम्मत कराने के लिए कागजी प्रक्रिया शुरू की गयी है. फिलहाल सोनसिकरा गांव के एक निजी विद्यालय में स्कूल संचालित किया जा रहा है.