Patna: कमरे में दरवाजा-खिड़की बंद कर सो रहीं 3 महिलाएं हुई बेहोश

मामला सदर प्रखंड के मनियंडा गांव का है

Update: 2025-01-18 07:58 GMT

पटना: ठंड के मौसम में बंद कमरे में खिड़की व दरबाजा को बंद कर सोना जानलेवा साबित हो रहा है.ताजा मामला सदर प्रखंड के मनियंडा गांव का है।

एयर टाइट कमरे में सोने से तीन महिलाएं बेहोश हो गयीं. की सुबह में आवाज देने के बाद भी दरबाजा नहीं खुलने पर घर के अन्य सदस्यों ने दरबाजा को तोड़कर कमरे में बेहोश पड़ी तीनों महिलाओं को बाहर निकाला गया और इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया. गांव निवासी चिंटू शर्मा की मां उमा देवी एवं दो बहनें गुंजन कुमारी और ज्योति कुमारी बेहोश हुई हैं।

सदर अस्पताल में इलाज कराने आयीं चिंटू शर्मा की पत्नी चंदा देवी ने बताया कि रात में खाना खाने के बाद सभी लोग कमरे में सोने चले गए.सोने समय कमरे की खिड़की और दरबाजा को बंद कर दिया था.सुबह में जब सास और ननद कमरे से बाहर नहीं निकलीं तो आवाज देकर दरबाजा खुलवाने का प्रयास किया.परंतु, अंदर से किसी तरह की आवाज नहीं आने पर आस-पड़ोस के लोग जुटे और दरबाजा को तोड़कर तीनों को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया.इलाज के बाद तीनों महिलाएं खतरे से बाहर बतायी जा रही हैं।

कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ने से हादसा : एसीएमओ डॉ अशोक कुमार सिंह ने कहा कि तीनों का जीवित बचना किसी चमत्कार से कम नहीं है.एयर टाइट कमरा रहने से सांस लेने और छोड़ने के दौरान ऑक्सीजन की मात्रा घटती चली गयी और कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ती गई.कुछ देर और होता तो जान जाने की संभावना थी.उन्होंने बताया कि कभी भी कमरा पूरी तरह से बंद कर नहीं सोना चाहिए.ठंड में हवा आने-जाने के लिए दरबाजा या खिड़की खुली रखनी चाहिए।

उन्होंने अंगीठी या किसी तरह का आग जलाकर कमरे में सोने से परहेज रखने की सलाह दी है।

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