भाकपा नेता लक्ष्मी पासवान के श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे पार्टी महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य
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बिहार। भाकपा माले के वरिष्ठ नेता लक्ष्मी पासवान के निधन पर शुक्रवार को उनके पैतृक गांव डिलाही में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने भाग लिया। उनके साथ पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा, पोलित ब्यूरो सदस्य अमर जी भी डिलाही पहुंचे। भाकपा नेताओं ने कॉमरेड लक्ष्मी पासवान के तस्वीर पर पुष्पांजलि की। इस अवसर पर महासचिव भट्टाचार्य ने कहा कि कॉमरेड लक्ष्मी जी ने अपने 50 साल के राजनीतिक सफर में मिथिलांचल के लोगों को जगाने का काम किया। वो एक ऐसा जागरण था जो सामंती जोर-जुल्म के खिलाफ था। 70 के दशक में तानाशाही के दौर में उन्होंने लोकतंत्र को मजबूत बनाने की लड़ाई लड़ी।
उन्होंने जहां से अपनी यात्रा शुरू की थी वो आपातकाल का दौर था। लेकिन वो आपातकाल कुछ समय का था आज अघोषित आपातकाल का दौर है। आज अभिव्यक्ति पर हर तरह के हमले हो रहे। एक वैचारिक चुनौती हमारे सामने है। 2019 में मोदी सरकार ने संविधान में संशोधन करके सामजिक पिछड़ेपन के बजाय 'आर्थिक कमजोरी' के नाम पर 10 प्रतिशत आरक्षण दिया। यह दलितों के आरक्षण के अधिकार पर सीधा हमला है। महासचिव ने आगामी 15 फरवरी 2023 को भाकपा माले द्वारा निर्धारित रैली में गांव शहरों से लोगों को एकजुट हो कर लोकतंत्र को मजबूत करने का आह्वान किया। अंत में उन्होंने लक्ष्मी जी की स्मृति में लाइब्रेरी बनाने का प्रस्ताव रखा।
वहीं पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि हमें इस शोक को शक्ति में बदलना है। उनकी विरासत को आगे बढ़ाना है। मौके पर पंकज कुमार, परमिला देवी, सागर देवी, पूनम देवी, उमेश, शंकर पासवान, रत्तीलाल पासवान, चंदन कुमार, सियाशरण आदि सहित माले जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, जसम राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. सुरेंद्र प्रसाद सुमन, राज्य कमिटी सदस्य नेयाज अहमद, अभिषेक कुमार, शनिचरी देवी, जंगी यादव, विनोद सिंह, ऐपवा जिलाध्यक्ष साधन शर्मा, रानी शर्मा, रानी सिंह, विनोद सिंह मयंक, प्रिंस राज, सन्दीप चौधरी, संतोष पासवान आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन हनुमाननगर प्रखंड सचिव पप्पू कुमार पासवान ने किया।