सिवान न्यूज़: सदर अस्पताल में मई महीने में महिलाओं का कुल 440 डिलिवरी हुआ है. इनमें से 122 सिजेरियन जबकि 318 नार्मल डिलीवरी होना बताया गया है.
वहीं, सदर अस्पताल में महज 34 ही बेड उपलब्ध है. बेड की कमी होने के कारण डॉक्टर, नर्स के साथ ही साथ मरीजों की भी परेशानी भी बढ़ गयी है. कई मरीजों को समय से पहले ही उन्हें घर भेज दिया जा रहा है. जबकि इलाजरत कई मरीज ऐसे भी होते हैं जो डॉक्टर के कहने पर भी बेड छोड़ने को तैयार नहीं होते हैं. लिहाजा नए मरीजों को भर्ती करने को लेकर काफी माथापच्ची करना पड़ता है. कई बार मरीज के परिजन ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर से उलझ जाते हैं.
अस्थायी वार्ड के कारण बढ़ी है परेशानी महिला वार्ड इन दिनों बेडों की कमी से जूझ रहा है. इसका मुख्य कारण अस्थायी वार्ड बनाना है. दरअसल नए मॉडल अस्पताल भवन निर्माण को लेकर सदर अस्पताल का महिला वार्ड सहित कई भवनों को तोड़ दिया गया है. वहीं महिला वार्ड को अस्थायी तौर पर अस्पताल परिसर में ही बना दिया गया है. जहां जगह के अभाव में महज 34 ही बेड लगाए जा सके हैं.
क्या कहते हैं अस्पताल अधीक्षक महिला वार्ड में 34 बेड लगाए गए हैं. अस्पताल प्रबंधन मरीजों की हरसंभव बेहतर देखभाल करता है. हमारी कोशिश रहती है कि इलाज की उम्मीद लिए आए सभी मरीजों को इलाज दिया जाए.