पीएमसीएच परिसर में एक बार फिर प्राइवेट एंबुलेंसों पर सख्ती बरतने के आदेश
पीएमसीएच से बाहर की गईं सभी निजी एंबुलेंस
पटना: पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच)परिसर में एक बार फिर प्राइवेट एंबुलेंसों पर सख्ती बरतने के आदेश दिए गए हैं. अभियान चलाकर पीएमसीएच में मौजूद प्राइवेट एंबुलेंस को अस्पताल परिसर से बाहर किया गया. पीएमसीएच प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी ने प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों को सख्त हिदायत दी कि यदि अवैध एंबुलेंस अस्पताल परिसर में पाया गया तो सेवा दे रहे सुरक्षा एजेंसी पर कड़ी कार्रवाई होगी.
उन्होंने कहा कि अस्पताल के पांच एंबुलेंस ही शव गृह के नजदीक लगाया जाए. सुरक्षाकर्मियों ने प्राचार्य को बताया कि प्राइवेट एंबुलेंस के संचालक उन्हें परेशान करते हैं. प्राचार्य ने नाराजगी जताते हुए सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया कि इसकी लिखित शिकायत पीएमसीएच स्थित टीओपी में की जाए. जरूरत हो तो टीओपी की भी मदद ली जाए.
शव वाहन 102 डायल कर मंगाए: अस्पताल में शव वाहन (मार्च्यूरी वैन) के लिए पीएमसीएच का एंबुलेंस नहीं मिल पाता है तो 102 नंबर डायल कर एंबुलेंस मंगाया जा सकता है. कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के अजय आलोक ने बताया कि एंबुलेंस से संबंधित किसी तरह की परेशानी होने पर अस्पताल के हेल्पलाइन(0612-40080) पर भी मदद ले सकते हैं.
दलालों के कारण होती है परेशानी पीएमसीएच में सरकारी एंबुलेंस और 102 के एंबुलेंस को ही प्रवेश की अनुमति है. लेकिन इस आदेश को दरकिनार करते हुए यहां बड़ी संख्या में प्राइवेट एंबुलेंस का नेटवर्क काम करता है. इसके कारण अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानी होती है. एंबुलेंस चालक अस्पताल से बाहर ले जाने के लिए मोटी रकम वसूलते हैं.