कटिहार न्यूज़: किसान एक बार मिर्च का पौधा खेत में लगाएंगे तो उससे 6 वर्ष तक फसल प्राप्त कर सकेंगे. किसान श्री सम्मान से सम्मानित किसान अक्षय कुमार सिंह ने बताया कि किसान श्री सम्मान प्राप्त करने के बाद देश के विभिन्न राज्यों के किसानों के साथ उनकी बैठकें होती रही है. इसी क्रम में जोधपुर के किसान से उनका संपर्क हुआ. उन्होंने जोधपुर के किसान से नए किस्म के मिर्च का बीज प्राप्त कर उसकी खेती शुरू कर दिया है.
उन्होंने बताया कि इस मिर्च का बीज प्राप्त कर कटिहार में चार किसानों और वैशाली के दो किसान और कटिहार में जैविक कृषि में दिलचस्पी रखने वाले पुलिस पदाधिकारियों को भी दो पौधा उपलब्ध कराया है. नए किस्म के मिर्च की खेती होने से किसानों को काफी फायदा पहुंचने वाला है.
उत्तर भारत की जलवायु इस मिर्च की खेती के लिए उपयुक्त: किसान श्री अक्षय कुमार सिंह ने बताया कि जोधपुर के इस मिर्च की खेती के लिए उत्तर भारत की जलवायु उपयुक्त है. उन्होंने कहा कि उन्होंने लक्ष्य बनाया है कि इस मिर्च की खेती कर किसान अपने आपको समृद्ध बना सके. इसके लिए किसानों तक मुफ्त में इस मिर्च का बीज उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने इसकी शुरूआत किसान उदय कुमार सिंह, मधु कुमार सिंह, राकेश कुमार, समादेष्टा दिलनवाज अहमद को इस मिर्च की जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित कर अपने अभियान की शुरूआत कर चुके हैं.
खेती करने के लिए दोनों विधि का कर सकते प्रयोग: उन्होंने कहा कि सालों भर अपने पूरे जीवनकाल में मिर्च का फसल किसानों को मिलता रहेगा. उन्होंने कहा कि इस नए किस्म के मिर्च की खेती करने के दोनों विधि का प्रयोग किया जा सकता है. खेतों और बागीचों में भी इसके पौधा लगाया जा सकता है. उन्होंने कोढ़ा के राजवाड़ा में अपने खेत में इस मिर्च का 4 पौधा लगाया है. इसकी फसल काफी होने वाली है.
क्या है इस किस्म के मिर्च की खासियत: सामान्य मिर्च के पौधों की तुलना में इस नए किस्म के मिर्च का पौधा की कई खासियत है. बिहार के खेतों में दिखने वाली सामान्य मिर्च का पौधा का जीवन काल मात्र 5 से 6 माह ही होता है. एक बार फसल देने के बाद किसान को पौधा अधिक फसल नहीं देते हैं. इस कारण से किसान उसे खेत से उसका पौधा उखाड़ देते हैं. मगर इस नए किस्म के मिर्च का पौधा का जीवनकाल 5 से 6 वर्ष का होता है.