पटना। मुख्यमंत्री ने भोजपुर जिले के कोईलवर में बिहार राज्य मानसिक स्वास्थ्य एवं सहबद्ध विज्ञान संस्थान के निर्मित परिसर का शुक्रवार को उद्घाटन किया। कार्यक्रम के पश्चात पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि बेगूसराय गोलीबारी की जांच एनआईए या सीबीआई से नहीं कराई जाएगी। स्थानीय पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है। जल्द ही सारी बातें सामने आ जाएंगी। इससे पहले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार राज्य मानसिक स्वास्थ्य एवं सहबद्ध विज्ञान संस्थान की आज औपचारिक शुरुआत हो गई है। मुझे खुशी है कि आज इसका उद्घाटन करने का भी मौका मिला है। इस अस्पताल के शुरूआत होने से जिनको भी कोई मानसिक रोग होगा तो उनका इलाज यहां ठीक ढंग से हो सकेगा। 272 बेड का यह अस्पताल होगा। इसमें से 180 बेड आज से शुरू हो गया है। बाकी बचे हुए कार्य तीन माह में पूरे हो जाएंगे। सीएम ने कहा कि यहां सभी जगहों से आवागमन भी सुलभ है। इस अस्पताल में जीविका समूह की दीदियों द्वारा भोजन की व्यवस्था की जा रही है। मरीजों को प्रतिदिन तय मीनू के अनुसार पौष्टिक एवं शुद्ध भोजन देने की व्यवस्था की गई है, जिसमें सुबह नाश्ता, दिन में भोजन, शाम में नाश्ता और रात का भोजन शामिल है।
सभी सरकारी अस्पतालों में जीविका दीदियों के माध्यम से भोजन की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां मानसिक चिकित्सा की पीजी की पढ़ाई भी होगी। साथ ही नर्सिंग की पढ़ाई की व्यवस्था भी रहेगी। टेली मेडिसीन की भी यहां सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि सभी प्राइमरी हेल्थ सेंटर में 6 बेड की जगह पर 30 बेड की व्यवस्था की जा रही है। सीएम ने कहा कि पहले देश में कहीं भी ट्रीटमेंट कराने के दौरान मुफ्त में दवा नहीं मिलती थी, हमलोगों ने मुफ्त दवा देने का काम शुरू किया। मरीजों के लिए मुफ्त दवा का जो इंतजाम किया जा रहा है वह निश्चित तौर पर अस्पतालों में रहना चाहिए। इसका ध्यान रखें कि किसी व्यक्ति को बाहर से दवा लाने की जरूरत न पड़े। उन्होंने कहा कि अस्पताल को बनाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा लगभग 150 करोड़ रुपये दिये जाते हैं जबकि हमलोगों को जमीन खरीदने में पैसा लगता है और अस्पताल बनाने में राज्य सरकार को अपनी तरफ से 350 करोड़ रुपये भी ज्यादा लगाना पड़ता है और कहा जाता है कि यह केंद्र सरकार का अस्पताल है। नीतीश ने कहा कि राज्य सरकार 1000 करोड़ रुपये तक अस्पताल बनाने के लिए खर्च करती है। हमलोग अपनी तरफ से अधिक से अधिक अस्पताल बनवाएंगे ताकि किसी को इलाज कराने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो हमलोगों की कोशिश होगी कि सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज अस्पताल बनायें। हमलोग सभी जगह नर्सिंग कॉलेज भी बनवा रहे हैं, इसमें लोग पढ़ेंगे और उन्हें काम करने का भी मौका मिलेगा।