बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने कल वैशाली में समाधान यात्रा के बीच एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि महिलाएं अगर पढ़ लिख लेंगी तो हमारे देश में प्रजनन दर घट जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा था कि महिलाएं पढ़़ी लिखी रहेगी तो उन्हे सब चीजों को ज्ञान होगा और वो खुद को गर्भवती होने से बचा पाएंगी।
उन्होने जनसंख्या वृद्धि का जिम्मेदार पूर्ण रूप में महिलाओं को बताया है। पुरुष लोग जनसंख्या नियंत्रण की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है. महिलाएं ठीक से शिक्षित नहीं हैं, इसलिए वे जनसंख्या वृद्धि को रोकने में असमर्थ हैं।
इस विवादित बयान पर भाजपा के सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने कल जो बयान दिया ये एक सड़क छाप बयान है। एक CM से ये अपेक्षा नहीं की जाती कि वो सेक्सिस्ट बयान दें। ये ठीक है कि महिलाओं के शिक्षित होने से परिवार नियोजन को बढ़ावा मिलेगा मगर उन्होंने पुरुषों पर जो हल्की टिप्पणी की वो बहुत अपमानजनक है।
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