बिहार: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने एक बार फिर से सूबे की नीतीश सरकार पर करारा हमला बोला है. इस बार उन्होंने नियोजित शिक्षकों के बहाने सरकार पर हमला बोला है और कहा है कि नीतीश सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ छलावा कर रही है. उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षकों को राजकर्मी का दर्जा देने के साथ-साथ नियमित शिक्षक के सामान वेतन व शर्तें नीतीश सरकार लागू करे. नीतीश सरकार अपना वह वादा पूरा करे जिसमें वह कहती थी समान काम का समान वेतन. अब इस मुद्दे पर सरकार क्यों मौन है?
सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग
विजय सिन्हा ने ट्वीट किया, 'सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ छलावा कर रही है, दिखावा कर रही है और उन्हें भरमा रही है. "समान काम-समान वेतन" के आधार को लक्षित करते हुए क्यों नहीं सरकार नियोजित शिक्षकों को वेतन देने का विचार रख रही है ? सरकार नियोजित शिक्षकों के मसले पर सर्वदलीय बैठक बुलाकर इसका सर्वमान्य हल निकाले. शिक्षकों पर किए गए मुकदमे, सरकार उन्हें बिना शर्त वापस ले. शिक्षकों का सम्मान कर बिहार में पढ़ाई के माहौल को वापस लाने का एक सार्थक प्रयास सरकार को करना चाहिए.'
घड़ियाली आंसू बहाना बंद कर करे नीतीश सरकार
विजय सिन्हा ने कहा कि नियोजित शिक्षकों के लिए विभागीय परीक्षा छलावा नहीं तो और क्या है? सीधा समायोजन क्यों नहीं करने का वादा कर रही. नई शिक्षा नियमावली और बीपीएससी की परीक्षा रद्द कर समाधान हेतु सर्वदलीय बैठक बुलाकर नियोजित शिक्षकों पर जो आंदोलन के दौरान मुकदमा हुआ है उसे वापस लेते हुए एक नई नीति निर्धारित करे. स्थाई समाधान करे. सरकारी नियोजित शिक्षकों को नए नए नियम लाकर जिस तरह से परेशान किया जा रहा है उससे तो यही लग रहा है कि उनके अंदर भय का वातावरण उनके भविष्य को लेकर बनाया जा रहा है. उनके सम्मान में बार-बार चोट लग रहा है. सरकार को चाहिए कि सर्वदलीय बैठक बुलाकर और समान काम का समान वेतन एलान करे और घड़ियाली आंसू बहाना बंद करे. आज बिहार के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. आज बिहारी लोगों के अवसर को खत्म किया जा रहा है. बिहार सरकार को स्थाई समाधाना निकालना चाहिए.