भूमि सुधार उप समाहर्ता की रैंकिंग में निर्मली अव्वल

Update: 2023-03-15 09:10 GMT

पटना न्यूज़: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के तहत भूमि सुधार उप समाहर्ता की फरवरी की जिलावार रैंकिंग में सुपौल के निर्मली अनुमंडल ने सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है जबकि मुंगेर का मुंगेर सदर अनुमंडल सबसे फिसड्डी साबित हुआ है. विभाग द्वारा हर महीने अंचलाधिकारियों, भूमि सुधार उप समाहर्ता (डीसीएलआर) एवं अपर समाहर्ता ( एडीएम) का रिपोर्ट कार्ड जारी किया जाता है. अंक के आधार पर रैकिंग तय की जाती है. निर्मली को सर्वाधिक 85.84 अंक मिले हैं जबकि मुंगेर सदर को महज 31.52 अंक प्राप्त हुआ है.

विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बेहतर प्रदर्शन करने वाले अनुमंडलों में पूर्वी चंपारण का अरेराज अनुमंडल दूसरे स्थान पर है जिसे 81.80 अंक, तीसरे स्थान पर मधेपुरा के उदाकिशुनगंज अनुमंडल को 81.56 अंक, चौथे नंबर पर बांका अनुमंडल को 80.72 अंक और पांचवें स्थान पर सीतामढ़ी के बेलसंड अनुमंडल को 80.49 अंक प्राप्त हुआ है.

वहीं, खराब प्रदर्शन करने वालों में मुंगेर सदर अनुमंडल के बाद नीचे से दूसरे स्थान पर सहरसा के सहरसा सदर अनुमंडल को 37.38 अंक, तीसरे स्थान पर सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर को 37.41 अंक, चौथे स्थान पर गया के नीमचक बथानी अनुमंडल को 37.67 अंक और पांचवें स्थान पर रोहतास के सासाराम अनुमंडल को 43.14 अंक प्राप्त हुआ है.

जानकारी के अनुसार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने विभिन्न कामों के निबटारे की समीक्षा के क्रम में कुल 100 अंक तय किए हैं. दाखिल खारिज की समीक्षा में भूमि सुधार उप समाहर्ता को 30 फीसदी अंक मिलते हैं. परिमार्जन की समीक्षा में 5 फीसदी, भू-लगान में 5 फीसदी, हल्का और अंचल के निरीक्षण में 10 अंक, बीएलडीआरए केस के निबटारे में 20 फीसदी अंक, दाखिल खारिज अपील केस में 20 फीसदी और अतिक्रमण वाद केस में 10 फीसदी अंक का प्रावधान किया गया है.

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