NIA की छापेमारी से हडकंप, पीएफआई टेरर मॉड्यूल मामले में बिहार के कई जिलों में
पटना। पीएफआई टेरर मॉड्यूल मामले में बिहार के कई शहरों में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की टीम छापेमारी करने पहुंची है। एनआईए की अलग-अलग टीमें दरभंगा, अररिया, सारण, वैशाली और मुजफ्फरपुर जिले में गुरुवार सुबह से छापेमारी कर रही हैं। पटना के फुलवारीशरीफ में आतंकी ट्रेनिंग कैंप के भंडाफोड़ में नामजद आरोपियों के ठिकानों की तलाशी ली जा रही है। एनआईए के अधिकारी परवेज आलम, सनाउल्लाह, मुस्तकीम समेत अन्य संदिग्ध आतंकियों के परिजन से पूछताछ कर रहे हैं। दरभंगा के सिंहवाड़ा थाने के शंकरपुर गांव में गुरुवार सुबह एनआईए की टीम पहुंची। यहां मोहम्मद मुस्तकीम के घर पर छापेमारी की जा रही है। इस गांव के सनाउल्लाह और मुस्तकीम के खिलाफ पटना के फुलवारीशरीफ थाने में एफआईआर दर्ज है। मुस्तकीम घर पर नहीं है, उसके परिजन से पूछताछ की जा रही है। वहीं सारण जिले के रुदलपुर गांव में भी एनआईए की टीम पहुंची है। यहां पीएफआई के सदस्य और सरकारी शिक्षक परवेज आलम के घर पर तलाशी ली जा रही है। एनआईए के साथ पुलिस की टीम भी मौजूद है। टेरर मॉड्यूल मामले में फुलवारीशरीफ थाने में दर्ज एफआईआर में परवेज आलम 26वां आरोपी है। इसके अलावा वैशाली जिले के चेहराकलां के ताल सेहान गांव में मोहम्मद रेयाज अहमद के यहां भी छापेमारी चल रही है। मुजफ्फरपुर के गौरिहर के एक गांव में भी छापेमारी की खबर है। अररिया जिले के जोकीहाट थाना क्षेत्र अंतर्गत अरतिया गांव में इंजीनियर एहसान परवेज के घर एनआईए टीम जांच कर रही है।
जानिए क्या है पूरा मामला
बता दे की करीब दो महीने पहले पटना के फुलवारीशरीफ स्थित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के दफ्तर में आतंकी ट्रेनिंग कैंप का भंडाफोड़ किया था। यहां शारीरिक प्रशिक्षण के नाम पर युवाओं को देश में हिंसा और वैमनस्य फैलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी। उन्हें हथियार चलाना भी सिखाया जा रहा था। को मौके से कई दस्तावेज मिले थे, जिसमें भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश का जिक्र था। साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी के पटना दौरे पर भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश थी। इसके बाद यह केस एनआईए को ट्रांसफर कर दिया गया। एनआईए ने बिहार के अलग-अलग जिलों में मौजूद संदिग्ध आतंकियों के ठिकानों पर पहले भी छापेमारी की थी।