नीट फर्जीवाड़े में एसकेएमसीएच के द्वितीय वर्ष के 3 छात्रों के नाम सामने आए

तीन छात्रों के नाम सामने आने के बाद प्राचार्य प्रो. आभा रानी सिन्हा ने जांच शुरू की

Update: 2024-05-23 09:54 GMT

नालंदा: नीट सॉल्वर गैंग के तार एसकेएमसीएच से भी जुड़ गए हैं. नीट फर्जीवाड़े में एसकेएमसीएच के तीन छात्रों के नाम सामने आने के बाद प्राचार्य प्रो. आभा रानी सिन्हा ने जांच शुरू कर दी है. उन्होंने द्वितीय वर्ष (2022 बैच) के छात्र नीतीश कुमार, जैद अहमद व डब्ल्यू कुमार की हाजिरी को लेकर रजिस्टर देखा. प्राचार्य ने पैथोलॉजी, फार्माकोलॉजी और माइक्रोबायलॉजी विभाग के अध्यक्षों से भी छात्रों की जानकारी ली. तीनों छात्र करीब एक माह से अधिक समय से क्लास में नहीं आ रहे थे. हॉस्टल से भी गायब थे.

बता दें कि बीते नीट की परीक्षा हुई थी. कई जगहों पर परीक्षार्थी के बदले दूसरे छात्र परीक्षा देते पकड़े गए थे. मिली जानकारी के अनुसार, तीनों छात्र अपने बैच के टॉपर स्टूडेंट्स की श्रेणी के थे. एमबीबीएस की फर्स्ट ईयर की परीक्षा में तीनों ने अच्छे अंक से पास की थी. चर्चा है कि एक छात्र फर्स्ट ईयर की परीक्षा में टॉप -3 में भी था. तीनों छात्रों के फर्स्ट ईयर का रिजल्ट कार्ड एनाटोमी, बायोकेमिस्ट्री और फिजियोलॉजी विभागाध्यक्ष से तक प्राचार्य ने मांगा है, ताकि पता चल सके कि सॉल्वर गैंग से जुड़े छात्र टॉप-3 या टॉप -5 में तो नहीं हैं. एनाटोमी, बायोकेमिस्ट्री व फिजियोलॉजी विभाग के अधिकारियों की मानें तो जैद प्रथम वर्ष में रेगुलर क्लास करता था. इधर, चर्चा थी कि एसकेएमसीएच में इस मामले को लेकर टीम भी आई थी. हालांकि, कॉलेज प्रबंधन ने इससे इंकार किया है. प्राचार्य ने बताया कि मीडिया में बात आने पर जांच की जा रही है. एक माह से तीनों छात्र क्लास नहीं आ रहे थे. पूर्णिया में परीक्षा के दौरान पकड़े गए चार मुन्नाभाई में नीतीश कुमार एसकेएमसीएच का छात्र है.

पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वह दामोदरपुर के आशीष कुमार के बदले नीट की परीक्षा देने गया था. नीट की परीक्षा पास कराने के लिए - लाख रुपए मिले थे.

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