नालंदा न्यूज़: नगरनौसा बैंक लूट मामले में फिलहाल पुलिस के पास बताने के लिए कुछ नहीं है. अधिकारियों का कहना है कि लगतार जांच चल रही है. सूत्रों की माने तो बैंक लूट के तार दूसरे जिलों से जुड़ सकते हैं. पुलिस को आशंका है दूसरे जिलों के अपराधी इस घटना में शामिल हो सकते हैं.
वैसे भी नगरनौसा की सीमा पटना जिला से मिलती है. हो सकता है कि अपराधी लूटपाट के बाद दूसरे जिले या राज्य में भाग गये होंगे. अभी पुलिस अंधेरे में ही तीर मार रही है. सीसीटीवी फुटेज से भी अभी कुछ नहीं मिला है. इधर, बैंक में घटना के दो दिन बाद भी दहशत का माहौल है. बैंक की शाखा खुल रही है. हालांकि, ग्राहकों की संख्या अभी काफी कम है. हिलसा डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि जांच चल रही है. कुछ लोगों से पूछताछ भी की गयी है. एसआईटी जल्द ही मामले का खुलासा कर देगी.
कई जिलों में एक ही तरीके से हुई लूट पिछले तीन महीनों में राज्य में बैंक लूट की आधा दर्जन घटनाएं हो चुकी है. सारण, समस्तीपुर, मोतीहारी, शिवहर व पटना जिलों में बदमाशों ने बैंक को निशाना बनाया है. नगरनौसा की घटना के अगले दिन ही मुजफ्फरपुर में बैंक लूट हुई. इन सारी घटनाओं में लूट का तरीका एक ही है. सभी मामलों में करीब आधा दर्जन बदमाश हथियार के साथ अंदर घुसे. कर्मियों व ग्राहकों को गन प्वायंट पर बंधक बनाया. मैनेजर से तिजोरी खुलवायी और रुपये लेकर चलते बने. लुटेरे इतने शातिर हैं कि 10 मिनट के अंदर ही घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं. लूट की सारी घटनाएं करीब-करीब एक ही तरीके से हुई है. ऐसा लगता है कि राज्य में कोई बड़ा और शातिर गिरोह है जो इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहा है.
इस वजह से भी पुलिस दूसरे जिलों में जांच कर रही है.