Muzaffarpur: जिला सचिव सुरेश मालाकार ने शिक्षकों की समस्याओं से संबंधित सुझाव भेजा

Update: 2024-07-20 05:50 GMT

मुजफ्फरपुर: बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षा संघ के जिला सचिव सुरेश मालाकार ने शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के स्थानांतरण, पदस्थापन, अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति, अवकाश तालिका एवं लंबित समस्याओं के निदान को लेकर गठित सदस्यीय समिति को लिखित सुझाव भेजा है. साथ ही निदेशक, माध्यमिक शिक्षा एवं निदेशक प्राथमिक शिक्षा को समर्पित किया है. जिला सचिव श्री मालाकार ने कहा कि पूर्व में प्राथमिक एवं प्रारंभिक विद्यालयों की अवकाश तालिका जिला संघ के द्वारा अपने अपने जिला में जिला शिक्षा पदाधिकारी के सहमति के आधार पर लागू की जाती रही है. विगत वर्षों से उक्त व्यवस्था को बिना संघ को सूचित किए अचानक छुट्टियों में कटौती कर शिक्षकों, छात्रों एवं अभिभावकों के लिए परेशानी और लोक आस्था से जुड़े पर्व त्योहारों की अवकाश में कटौती कर आघात किया गया.

कुल 60 दिनों के घोषित अवकाश की कटौती करते हुए ग्रीष्मावकाश में भी शिक्षकों को कार्यरत रहना पड़ा. इसके बदले क्षतिपूर्ति अवकाश भी नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों की सेवा वेकेशनल है. जबकि अन्य सरकारी सेवकों की सेवा नन वेकेशनल है. इसलिए उन्हें 33 नों का अर्जितावकाश मिलता है वहीं शिक्षकों को केवल 14 दिनों का. इन समस्याओं का निदान वर्तमान अवकाश तालिका को निरस्त कर ही किया जा सकता है. जहां तक सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों के पदस्थापन की समस्या है. इसका मात्र समाधान ऐच्छिक पदस्थापन कर किया जा सकता है. उनकी वरीयता की गणना नियुक्ति तिथि से करते हुए प्रोन्नति का लाभ नियोजन नियमावली 2020 में निहित प्रावधान के अनुसार स्वीकृत किए जाय. अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति में यदि वे शिक्षक पात्रता नहीं रखता हो, तो योग्यता के आधार पर लिपिक या परिचारी के पद पर नियुक्त की जाय . इससे राज्य में शिक्षा विभाग में लिपिक और परिचारी का रिक्त पद को भी भरा जा सकता है. इससे लिपिकीय कार्य से शिक्षकों को मुक्ति मिलेगी.

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