मुंगेर: एमडीएम के प्रति स्कूलों में काफी लापरवाही देखने को मिल रही है. कई जगहों पर जहां एमडीएम बनाया जाता है वहां साफ सफाई पर ध्यान नहीं दिया जाता है. कई स्कूलों में जिन कमरों में एमडीएम बनाया जाता है वह कमरे जर्जर हैं. वहां साफ सफाई पर ध्यान नहीं दिया जाता है.
बरसात के दिनों में आसपास में जलजमाव हो जाता है.विद्यालय की सफाई के लिए प्रत्येक स्कूलों में एजेंसी के माध्यम से स्वीपर रखा गया है लेकिन वे केवल स्कूल की ही साफ सफाई करते हैं. स्कूलों में अभी खुले में एमडीएम सामग्री रखी जा रही है. एमडीएम खाने के पूर्व बच्चों को डिटर्जेंट से हाथ धुलवाया जाना है लेकिन अधिकांश स्कूलों में इस निर्देश का पालन नहीं किया जा रहा है. बच्चों को हाथ धोने का तो सलाह दिया जाता है लेकिन डिटर्जेंट से हाथ धोने के नियमों का अनुपालन नहीं किया जा रहा है.
बैगन व भिंडी के सब्जी का उपयोग स्कूलों में नहीं किया जाता है. प्रखंड साधन सेवी, ढाका आनन्द मिश्रा ने बताया कि विभाग से की संध्या ही आवश्यक निर्देश के पालन को लेकर विभाग से पत्र प्राप्त हुआ है. निर्देशों का पालन करने के लिए सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है. निर्देशों का पालन नहीं करने पर कार्रवाई की जाएगी. पत्र में कहा गया है कि छात्रो ंको बरसात में पसोसे जाने वाले सब्जियों पर पूरी सावधानी बरतें.
बरसात में रसोई घरों की सफाई पर रखें ध्यान: प्रतिनियुक्त सफाई कर्मियों की बदौलत मधुबन के स्कूलों में व रसोईयों से स्कूलों के किचेन घरों में सफाई रहती है. बरसात के दिनों में स्कूलों के किचेन घरों में सरकारी स्तर पर विशेष सफाई रखने का निर्देश सभी स्कूलों को प्राप्त है. समय-समय पर विद्यालयों की मॉनिटरिंग होने से इन दिनों विद्यालयों के प्रधान द्वारा किचेन की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. साथ ही कीड़ा लगने के भय से एमडीएम में बैगन,साग व भिंडी का उपयोग सब्जी के रूप में नहीं किया जा रहा है. कुछ मसाले डिब्बा बंद खरीदे जा रहे हैं. जो मसाले डिब्बा बंद नहीं मिल रहे हैं. उन्हें खरीदने के बाद डिब्बा में रख कर ढक्कन बंद कर दिया जा रहा है. इससे मधुबन में एमडीएम का संचालन स्वच्छ ढंग से हो रहा है.