पटना में 16 स्थानों पर लगाया जाएगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाला मॉड्यूलर ई-टॉयलेट
बिहार की राजधानी पटना में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट (Smart City Project) के तहत 16 स्थानों पर 42 मॉड्यूलर ई-टॉयलेट लगाए जाने हैं. यह मॉड्यूलर टॉयलेट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Modular Toilet Artificial Intelligence) से लैस होगा
जनता से रिश्ता। बिहार की राजधानी पटना में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट (Smart City Project) के तहत 16 स्थानों पर 42 मॉड्यूलर ई-टॉयलेट लगाए जाने हैं. यह मॉड्यूलर टॉयलेट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Modular Toilet Artificial Intelligence) से लैस होगा और पानी के फ्लश की ऑटोमेटिक व्यवस्था होगी. टॉयलेट में सेंसर लगे होंगे जो टॉयलेट यूज करने के बाद ऑटोमेटिक काम करेंगे और पानी का फ्लश होगा. स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में इस परियोजना को शामिल किया गया है.
बिहार में शौचालय निर्माण बिहार सरकार के सात निश्चय योजना और स्वच्छ भारत मिशन का एक प्रमुख पार्ट है. वर्तमान में पटना में काफी संख्या में मॉड्यूलर टॉयलेट लगाए गए हैं. लेकिन राजधानी पटना की जनसंख्या को देखते हुए यह पर्याप्त साबित हो रहे हैं और टॉयलेट की साफ-सफाई और रखरखाव में काफी दिक्कतें भी आ रही है. वर्तमान में जो मॉड्यूलर टॉयलेट लगाए गए हैं. इसमें शिकायत यह आ रही है कि लोग टॉयलेट यूज कर पानी नहीं डालते हैं और इस वजह से टॉयलेट गंदा रहता है और कई लोग फ्लस यूज करने के दौरान फ्लस को तोड़ देते हैं जिस कारण काफी संख्या में मौजूद टॉयलेट में फ्लस टूटे हुए हैं.
ऐसे में इन सब समस्याओं को देखते हुए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले सेंसर बेस्ड मॉड्यूलर ई-टॉयलेट शहर में इंस्टॉल किए जाने हैं. इस परियोजना की अनुमानित लागत 4 करोड़ 33 लाख है और इस कार्य को करने के लिए एजेंसी का भी चयन हो गया है. केरल की एजेंसी 'मेजर्स ईरम साइंटिफिक सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड' को इस परियोजना के क्रियान्वयन का जिम्मा मिला है.
यह मॉड्यूलर ई-टॉयलेट स्टेनलेस स्टील से निर्मित प्री-फैबरीकेटेड मॉड्यूलर शौचालय होगा. इस टॉयलेट के ऊपर 200 लीटर की क्षमता का पानी का टंकी इंस्टॉल किया जाएगा. ऑटोमेटिक फ्लशिंग सेंसर, वॉइस असिस्टेंट, पंखा, सीलिंग लाइट, पावर बैकअप आदि की सुविधाएं ई-टॉयलेट में मौजूद होगी. यह ई-शौचालय पूर्ण रूप से आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी और इस पर विज्ञापन के लिए पैनल का भी प्रावधान है. जिससे सरकार को राजस्व की भी प्राप्ति होगी. परियोजना के क्रियान्वयन की समय अवधि 4 माह की है और निर्माण के उपरांत इसे 5 वर्ष के रखरखाव की जिम्मेदारी भी निर्माण करने वाली एजेंसी के पास ही होगी.
पटना स्मार्ट सिटी मिशन की अधिकारी ने बताया कि मॉड्यूलर ई-टॉयलेट को लेकर डीपीआर तैयार हो गया है और टॉयलेट निर्माण के लिए शिलान्यास का इंतजार है. स्मार्ट सिटी मिशन के अधिकारियों की माने तो पटना स्मार्ट सिटी के कई प्रोजेक्ट का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा शिलान्यास होना है. जिसमें यह प्रोजेक्ट भी शामिल है. अधिकारियों की मानें तो नवंबर माह के अंत तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा इस परियोजना का शिलान्यास कर दिया जाएगा.