समस्तीपुर जिले के थाना क्षेत्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें 16 वर्ष के नाबालिग लड़के को बांधकर उसकी पिटाई की जा रही है. साथ ही गाड़ी धोने वाली मशीन से उसके ऊपर पानी डालता रहा. यह वीडियो 3 दिन पूर्व से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. बताया जा रहा है कि यह वीडियो सिंघिया थाना क्षेत्र के माहे गांव का है, जिसमें ₹1 की चॉकलेट के लिए 16 साल के नाबालिग के साथ जानवरों की तरह व्यवहार किया गया. जब इतने में भी मन नहीं भरा तो गाड़ी धोने वाले मशीन से उसके ऊपर पानी की बौछार कर दी गई.
1 रुपये की चॉकलेट के लिए पिटाई
इस तरह से बेरहमी की पिटाई की वजह महज एक 1 रुपये का चॉकलेट बताया जा रहा है. इस दौरान गांव के जनप्रतिनिधि भी वहां मौजूद थे. किसी ने पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी. हालांकि घंटों बाद राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, तभी मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे छुड़ाकर घर भेज दिया. वहीं, पीड़ित युवक का कहना है कि वह दुकान पर स्वीटी सुपारी खरीदने के लिए गया था, तभी उसे चॉकलेट के चोरी के आरोप में फंसा कर उसकी पिटाई कर दी. इसके साथ ही युवक ने यह भी बताया कि उसकी सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक बांधकर पिटाई की गई.
9 घंटे तक रस्सी बांधकर पीटा
उस दौरान पंचायत के मुखिया दिलीप सिंह भी मौजूद थे, लेकिन वह भी युवक को बचाने की जगह उसे मारने की बात कर रहे थे. इस दौरान किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दी, जहां महज 2 किलोमीटर की दूरी में पुलिस को पहुंचने में घंटों का समय लग गया. पुलिस शाम के 6:00 बजे घटनास्थल पर पहुंची और युवक को वहां से छुड़ाकर उसे घर भेज दिया. फिर 1:30 बजे रात में पुलिस पहुंची और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए.
पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल
यहां सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जब पुलिस ने जब नाबालिग को घटनास्थल से छुड़ाया तो वहां से उसे इलाज के लिए क्यों नहीं लेकर गए. युवक को मारने के आरोप में सिंघिया थाना क्षेत्र के माही गांव निवासी दुकानदार मोती साहू पर लगा है. वहीं, समस्तीपुर एसपी का कहना है कि वीडियो की जानकारी उन्हें मिली है. पीड़ित के घर पर पुलिस गई थी. आरोपी पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.