सुशील मोदी के खिलाफ मंत्री रामानंद की गवाही, सामाजिक विद्वेष फैलाने के आरोपों में दाखिल की थी शिकायत
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पटना। बिहार के खनन एवं भूतत्व मंत्री रामानंद यादव ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के खिलाफ मानहानि और सामाजिक विद्वेष फैलाने के आरोपों में दाखिल एक शिकायती मुकदमे में विशेष अदालत में शपथ पर अपना बयान कलमबंद करवाया। सांसदों एवं विधायकों के मामलों की सुनवाई के लिए गठित विशेष अदालत के न्यायाधीश आदि देव की अदालत में शिकायतकर्ता की हैसियत से शपथ पर अपना बयान दर्ज करवाते हुए यादव ने मुकदमे में लगाए गए आरोपों का समर्थन किया। अदालत ने मामले में साक्ष्य पेश करने के लिए 23 नवंबर 2022 की अगली तिथि निश्चित की है।
यादव के वकील गजेंद्र प्रसाद ने बताया कि इस शिकायती मुकदमे में मोदी के उस बयान को सामाजिक विद्वेष फैलाने तथा मानहानि वाला बताया गया है, जिसमें उन्होंने 21-22 अगस्त 2022 को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि महागठबंधन की सरकार में बाहुबलियों की भरमार कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में डरावने दिन की वापसी सुनिश्चित कर दी है। सुरेंद्र यादव, ललित यादव, रामानंद यादव और कार्तिकेय कुमार जैसे विधायक मंत्री बनाए गए, जिनके नाम से इलाके में लोग डरते हैं। इसके अलावा यादव के शैक्षणिक डिग्रियों को भी फर्जी बताया गया है, जिससे रामानंद यादव की मानहानि हुई है।प्रस्तुत शिकायती मुकदमा 10933 (सी) 2022 भारतीय दंड विधान की धारा 153 ए 499 एवं 500 के आरोपों के तहत दाखिल किया गया था, जिसमें जांच जारी है।