मौसम विभाग के जारी किया अपडेट, राज्य में तेज बारिश के साथ जताई वज्रपात की संभावना
बिहार के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. बुधवार के दिन राजधानी पटना समेत कई इलाकों में तेज बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार राज्य में आंधी तूफान और वज्रपात के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है. वहीं, मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि राज्य में गुरुवार के दिन कई हिस्सों में तेज बारिश होने के आसार बने हुए है. गुरुवार के दिन भी राज्य में वज्रपात और आंधी तूफान की संभावना जताई गई है.
बिहार के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. बुधवार के दिन राजधानी पटना समेत कई इलाकों में तेज बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार राज्य में आंधी तूफान और वज्रपात के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है. वहीं, मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि राज्य में गुरुवार के दिन कई हिस्सों में तेज बारिश होने के आसार बने हुए है. गुरुवार के दिन भी राज्य में वज्रपात और आंधी तूफान की संभावना जताई गई है.
पटना समेत कई इलाकों में भरा पानी
इसके अलावा राज्य की ज्यादातर नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है. जिसके कारण कई इलाकों में पानी घुस गया है. गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण राजधानी पटना समेत राज्य के कई हिस्सों में पानी भर गया है. जिसमें मुंगेर, बेगूसराय जैसे जिले शामिल हैं. साथ ही बाढ़ का पानी चारों तरफ भरने से फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. इस बार राज्य में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है. जिसके कारण कई इलाकों में सूखे के भी हालात बने हुए है.
मूसलाधार बारिश के आसार
मौसम विभाग ने गुरुवार 1 सितंबर के लिए पूर्वानुमान जारी किया है. मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार आज राज्य में मूसलाधार बारिश के आसार बने हुए है. राज्य में इस बार कम बारिश होने के कारण खेतीबारी पर काफी असर पड़ा है. मानसून के समय देश भर में धान की खेती की जाती है. लेकिन इस बार बिहार में किसानों को खेती के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिला है. जिसके कारण खेती को काफी नुकसान पहुंचा है. राज्य के दक्षिण पश्चिम हिस्सों में सूखे के हालात बने हुए हैं.
पलायन को मजबूर
जैसा की राज्य में इस बार सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है. लेकिन उसके बाद भी राज्य के लोगों को बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है. गंदी नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिसके कारण पानी घरों में और इलाकों में घुस गया है. बिगड़ते हालातों को देखते हुए सभी लोग अपना घर छोड़ कर ऊंचे इलाकों में पलायन को मजबूर हो रहे हैं.