रेलवे बोर्ड के मेंबर ट्रेक्शन व रोलिंग स्टॉक ने ट्रेनों में गंदगी, मच्छर और चूहे को गंभीरता से लिया
गंदगी पर नाराजगी भी जताई है.
मुजफ्फरपुर: ट्रेनों में गंदगी, मच्छर और चूहे के निकलने के मामले को रेलवे बोर्ड के मेंबर ट्रेक्शन व रोलिंग स्टॉक ने गंभीरता से लिया है. गंदगी पर नाराजगी भी जताई है. साथ ही रेलवे जोन के प्रिंसिपल चीफ मैकेनिकल इंजीनियर (पीसीएमई) को ट्रेनों की सफाई का जिम्मा सौंपा है.
उन्हें अपने क्षेत्राधिकार के ट्रेनों और कैरेज विभाग की औचक जांच करनी है. सफाई पर जीरो टॉलरेंस की बात भी कही गई है. रेलवे बोर्ड के मेंबर ट्रेक्शन और रोलिंग स्टॉक सतीश कुमार ने पूमरे सहित सभी पीसीएमई को इसे लेकर निर्देश भी दिया है. हाल के दिनों में बरौनी गोंदिया एक्सप्रेस, यशवंतपुर-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस और मुजफ्फरपुर-पुणे स्पेशल ट्रेन में गंदगी और मच्छर होने शिकायत इन ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों ने रेलवे के सोशल मीडिया हैंडिल पर किया था. साथ ही रेलवे से अपना किराया भी वापस मांगा था. इसके बाद रेलवे बोर्ड सफाई को लेकर कड़ा निर्देश जारी किया है. वहीं, पीसीएमई को यात्रियों से सफाई का फीडबैक लेने को कहा गया है.
गड्ढे में बाइक तलमलाई, तबतक आ गई बस
मेहदी हसन चौक पर बस हादसे के प्रत्यक्षदर्शी मो. एहतेशाम ने बताया कि बाइक सवार पति-पत्नी के बीच में बच्चा बैठा था. बाइक सवार ब्रह्मपुरा की ओर जा रहे थे.
मेहदी हसन चौक से थोड़ा पहले सड़क पर बड़ा गड्ढा है. गड्ढे के कारण बाइक सवार की बाइक डगमगाई. वह संभलता तबतक सामने से आ रही बस से बाइक में झटका लगा. बाइक सहित उसपर सवार गिरे. पति-पत्नी सड़क के बाईं ओर गिरे और बच्चा सड़क के दाई ओर गिर गया. बस आगे बढ़ती रही और बस का पहिया बच्चे के सिर पर चढ़ गया. बच्चा पांव पटककर कुछ पल छटपटाया और फिर शांत हो गया. घटना के बाद शोर मचा तो चालक रुकने की बजाय बस को और तेजी से लेकर आगे की ओर भागने लगा. सड़क पर काफी भीड़ थी, बस की रफ्तार देखकर लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. मेहदी हसन चौक से महेश बाबू चौक तक अफराफरी मच गई.
संयोग था कि दूसरा कोई बस की चपेट में नहीं आया. इधर, खून से लतपथ बच्चे को गोद में लेकर उसका पिता अस्पताल की ओर भागा. एहतेशाम ने बताया कि सबकुछ इतनी जल्दी हुआ कि किसी को कुछ समझने का मौका तक नहीं मिला.