मोतिहारी न्यूज़: जिला के 27 में 23 प्रखंडों में 15 दिन तक फाइलेरिया और कृमि की दवा खिलाने का अभियान चलेगा. करीब 49 लाख लोगों को यह दवा खिलाई जाएगी. इसको लेकर 247 टीम का गठन किया गया है . इसके अलावा रिस्पॉन्स टीम भी बनाया गया है जो दवा का साइड इफेक्ट की सूचना पर इलाज करेगी.जिला में फाइलेरिया उन्मूलन व 2 से अधिक उम्र के सभी को कृमि की दवा खिलाने के लिये 10 फरवरी से अभियान शुरू किया जा रहा है. प्रथम फेज में 23 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के क्षेत्र में अभियान चलेगा. इसके बाद अगस्त में शहरी सहित अन्य 4 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के क्षेत्र में चलेगा. इस अभियान को सफल बनाने के लिये पूरी तैयारी कर ली गयी है. 247 टीम का गठन किया गया है जो घर घर जाकर यह दवा खिलायेगी . दवा टीम को अपने सामने खिलाना है.
यह अभियान 14 दिन तक चलेगा. इस दौरान टीम को दिये गए टारगेट पुरा करने का निर्देश दिया गया है. बताते है कि इसको लेकर टीम के सभी लोगों को विशेस ट्रेंनिग भी दी गयी है.बताया जाता है कि हाल में फाइलेरिया विभाग के द्वारा कराए गए सर्वे में जिला की जनसंख्या करीब 75 लाख हो गयी है. इस 75 लाख में 85 प्रतिशत आबादी को यह खुराक खिलाना है.15 प्रतिशत में 2 वर्ष के नीचे उम्र वाले व गभर्वती ,गंभीर बीमार के लोगों को यह दवा नहीं खिलाना है. इस बात का निर्देश दिया गया है.इस सम्बंध में डीआईओ डॉ. शरद चंद्र शर्मा ने बताया कि खाली पेट दवा नहीं खिलाना है. यह दवा सबको खाना चाहिये. इसका बहुत साइड इफेक्ट नहीं है. किसी किसी को चक्कर या चकता व उल्टी हो सकती है जो अपने आप ठीक हो जाता है. ऐसे लोगों पर निगरानी व इलाज के लिये रिस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है. मगर दवा का साइड इफेक्ट होने का न के बराबर चांस होता है.इसलिये दवा जरूर खायें. उन्होंने बताया कि किस उम्र के लोगों का दवा का खुराक क्या होगा यब सब टीम को बता दिया गया है.बस दवा खाली पेट नहीं खाना है.