पटना। पटना में शुक्रवार को विपक्षी दलों की होने वाली बैठक को लेकर नेताओं का आने का सिलसिला शुरू हो गया है। गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विपक्ष की एकता बैठक में शामिल होने के लिए पटना हवाई अड्डे पर पहुंचीं गई है।
इधर, विपक्षी दलों की इस बैठक पर रालोजद अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने निशाना साधा है।
कुशवाहा ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि सत्ताधारी दल से इतर देश के समक्ष कोई नया वैकल्पिक मॉडल प्रस्तुत किए बिना सिर्फ नकारात्मकता को आधार बनाकर बनाई गई विपक्षी एकता का हश्र मध्यावधि चुनाव के रूप में 1977 और 1989 में देश देख और भुगत चुका है। एकबार फिर उसी तरह के घिसे-पिटे प्रयोग के परिणाम से जनता वाकिफ है।
उन्होंने आगे लिखा कि मेरी समझ से ऐसे किसी प्रयोग पर जनता तभी भरोसा कर सकेगी जब नये और सकारात्मक वैकल्पिक मॉडल के साथ किसी बड़े दल के भरोसेमंद नेता के नेतृत्व को स्वीकार कर छोटे व क्षेत्रीय दल उनके साथ खड़े हों।
उन्होंने कहा कि शायद भविष्य में कांग्रेस इस रूप में अपने को खड़ा कर पाए। कांग्रेस के नेता को अभी और तपना होगा। फिलहाल 2024 में तो नरेंद्र मोदी के समक्ष कोई चुनौती नहीं है।