ऋषिकुंड में 18 से शुरू होगा मलमास मेला

Update: 2023-07-07 05:17 GMT

मुंगेर न्यूज़: ऋषिकुंड में लगने प्रसिद्ध मलमास मेला की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. 17 जुलाई की रात में साधु संतों द्वारा झंडी गाड़े जाएंगे. तत्पश्चात 18 जुलाई से मलमास मेला शुरू हो जाएगा. बिहार में राजगीर के बाद ऋषिकुंड ही वह धार्मिक स्थान है, जहां 3 वर्षों पर मलमास मेला का आयोजन किया जाता है.

इस मलमास मेला में बिहार ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों से भी श्रद्धालु यहां पहुंच कर कुंड में स्नान कर पूजा-अर्चना करते हैं. 3 वर्ष बाद बाद लगने वाले ऋषिकुंड मलमास मेला में इस बार अपार भी जुटने की संभावना है. क्योंकि इस बार कृष्ण सेतु चालू रहने के कारण मुंगेर जिले से खगड़िया बेगूसराय सहित कई जिले के लोग आसानी से ऋषिकुंड पहुंच जाएंगे. अपार भीड़ की संभावना के बीच वाहन पार्किंग की होगी बड़ी समस्या इस बार मलमास मेला में वाहन पार्किंग सबसे बड़ी समस्या बन सकती है. अन्य मलमास मेला में जहां पार्किंग की व्यवस्था की जाती थी, वहां इस बार तालाब बना दिया गया है. गौरतलब है कि 1 जनवरी को ऋषिकुंड में इतनी भीड़ जुट गई की व्यवस्था संभालना प्रशासन के लिए चुनौती बन गया था. 4 किलोमीटर से भी अधिक दूरी में जाम की स्थिति बन गयी थी. जबकि ऋषिकुंड परिसर में तो अपार भीड़ के कारण पैर रखने का भी जगह नहीं था. पूरे 1 महीने तक चलने वाले मलमास मेला में प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग ऋषिकुंड पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं. मेला में पेयजल की होगी बड़ी समस्या यूं तो ऋषिकुंड का पानी बहुत ही अच्छा है, लेकिन अपार भीड़ के कारण मलमास मेला में लोगों की गर्म पानी से प्यास नहीं बुझ पाएगी.

इसलिए इतनी बड़ी मेला में जिला प्रशासन को लोगों के लिए शुद्ध पानी उपलब्ध कराना भी आवश्यक होगा. प्रत्येक मलमास मेला में लोगों को पीने के पानी की समस्या उठानी पड़ी थी. अगर प्रशासन की ओर से पीने के पानी की व्यवस्था अलग से नहीं की गई आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.

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