बिहार (Bihar) में नई सरकार की गठन के बाद से ही BJP औऱ महागठबंधन (Mahaghatbandhan) एक-दूसरे पर निशाना साध रहे है। जहां एक तरफ BJP विभिन्न मुद्दों पर सरकार पर आरोप लगा रही है वहीं महागठबंधन केंद्र सरकार पर हमलावर है। इसी कड़ी में रविवार को प्रेस वार्ता (Press Conference) के लिए महागठबंधन ने नेताओं की फौज उतार दी। प्रेस वार्ता में महागठबंधन ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। साथ ही यह कहना नहीं भूले की हम साथ है औऱ बीजेपी के किसी भी मंसूबे को कामयाब होने नहीं देंगे।
अब हर बात प्रेस वार्ता में साझा की जाएगी
प्रेस वार्ता में राजद से मनोज झा, कांग्रेस से राजेश राठौर, लेफ्ट से केडी यादव, कमलेश शर्मा, जदयू से प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, मंत्री मदन सहनी, आलोक मेहता मौजूद रहे और सभी ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने बताया कि इस प्रेस वार्ता का मतलब क्या है और क्यों इसे करना पड़ा। प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महागठबंधन ने नई परंपरा की शुरुआत की है अब हमेशा साझा प्रेस वार्ता की जाएगी और मीडिया के सामने आकर हर सवाल का जवाब दिया जाएगा।
महागठबंधन से घबरा गई बीजेपी
प्रेस वार्ता में राजद नेता उमेश कुशवाहा ने कहा कि MP और महाराष्ट में जैसा राजनीतिक खेल बीजेपी बिहार में भी खेलना चाहती थी लेकिन, बिहार में उनके मंसूबे कामयाब नहीं हो पाए। इसके साथ ही उन्होंने सुशील मोदी पर निशाना साधते हुआ बोला कि सुशील मोदी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दोस्त है इसलिए उनपर ज्यादा कुछ बोलना नहीं चाहता हूं लेकिन उन्हें सोच-समझकर बोलना चाहिए। वहीं राजद के वरिष्ठ नेता मनोज झा नहीं ने कहा कि सीबीआई छापेमारी को लेकर तेजस्वी यादव की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। नई महागठबंधन की सरकार से अभी से घबराहट है। हम अब सीबीआई वालो को फूल के साथ गांधीवादी तरीके से विरोध करेंगे।
सुशील मोदी पर भी साधा निशाना
इसके साथ ही मनोज झा ने भी सुशील मोदी की चुटकी लेते हुए कहा कि जैसे ही नीतीश जी और तेजस्वी जी ने हाथ मिलाया सुशील मोदी जी को रोजगार मिल गया। वो नारद मुनि की भूमिका में हैं लेकिन वो सफल नहीं हो पाएंगे। कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने भी भाजपा पर हमला बोला और कहा की आज की परिस्थितियों में जो कुछ देश में हो रहा है वो जनता देख रही है। भाजपा देश में विपक्ष की भूमिका ख़त्म करना चाहती है।