रोहतास न्यूज़: पशुओं को लंपी बिमारी से बचाव को लेकर नौ जनवरी से चलए जाने वाला टीकाकारण अभियान समाप्त हो गया. एक माह तक चले इस टीकाकरण महाअभियान में जिले के तीन लाख 12 हजार सात सौ 21 पशुओं का टीकाकाण किया गया. टीकाकरण को लेकर जिले को तीन लाख 12 हजार 800 टीका प्राप्त हुआ था. जिसमें से 79 टीकौषधि टीकाकरण के दौरान बर्बाद हो गया. टीकाकरण अभियान के लिए जिले में तीन हजार 19 वैक्सीनेटरों को लगाया गया था. अभियान में सामान्य जाति के पशुपालकों के दो लाख 45 हजार पांच 556, अनुसूचित जाति के 60 हजार 891 व अनुसूचित जनजाति के नौ हजार 271 गोवंशों के पशुओं को लंपी बिमारी से बचाव को लेकर टीकाकरण किया गया.
नौहट्टा प्रखंड में सबसे ज्यादा टीकाकरण जिले में सबसे ज्यादा टीकाकरण नौहट्टा प्रखंड में हुआ. नौहट्टा प्रखंड में पशुओं को लंपी बिमारी से बचाव को लेकर 31 हजार 999 पशुओं का टीकाकरण किया गया. सासाराम प्रखंड में 21 हजार 500, शिवसागर प्रखंड में 23 हजार 500, चेनारी प्रखंड में 17 हजार 498, करगहर प्रखंड में 32 हजार 100, कोचस प्रखंड में 27 हजार, दिनारा प्रखंड में 22 हजार 500, बिक्रमगंज प्रखंड में 10 हजार 991, दावथ प्रखंड में छह हजार 200, सूर्यपुरा प्रखंड में चार हजार 300, संझौली प्रखंड में चार हजार 100, नोखा प्रखंड में 12 हजार 484, राजपुर प्रखंड में नौ हजार, काराकाट प्रखंड में 15 हजार 100, नासरीगंज प्रखंड में 15 हजार 479, डेहरी प्रखंड में 18 हजार, अकोढ़ीगोला प्रखंड में 12 हजार 496, तिलौथू प्रखंड में 13 हजार 483 व रोहतास प्रखंड में 14 हजार 991 पशुओं का टीकाकरण किया गया.
लंपी की पुष्टि के बाद शुरू हुआ टीकाकरण
जिले में लंपी बिमारी को ले पशुपालकों में दहशत था. जिले के सौकड़ों पशु लंपी बिमारी से ग्रसित हुए थे. लंपी की सूचना पर विभाग की टीम जिले में पहुंची थी. पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा जिले के प्रभावित पशुओं की जांच गई थी. जांच के दौरान पशुओं के रक्त का सैंपल लिया गया था. लिए गए सैंपल की रिपोर्ट में लंपी बिमारी की पुष्टी हुई थी. रिपोर्ट आने के बाद विभाग द्वारा लंपी बिमारी से बचाव को लेकर टीकाकरण कराने का निणर्य लिया था.