देव उठान एकादशी पर निकलेगी लक्ष्मीनाथ गोसाई चरण पादुका यात्रा

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Update: 2022-11-03 18:17 GMT
सहरसा। शास्त्रानुसार देवशयनी एकादशी को नारायण भगवान शयन करने जाते हैं।चातुर्मास बीतने पर देवोत्थान एकादशी को नींद से जागते हैं।इसके बाद हिंदू धर्म में सभी धार्मिक एवं मांगलिक कार्य का आयोजन किया जाता है। इसे प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इसके अंतर्गत भगवान विष्णु की विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है। इस अवसर पर साधक गन विभिन्न प्रकार से साधना करते हैं।पूजा अर्चना व्रत तो कोई इसी प्रकार का चरण पादुका यात्रा करते हैं। इस बार यात्रा का मार्ग में थोड़ा परिवर्तन किया गया है।
सेवक आचार्य प्रभाकर ने बताया कि इस बार यह यात्रा साधना स्थल खजुरी,अंचल सिमरी बख्तियारपुर से मुख्य मार्ग चैनपूर नीलकंठ चौक बाबा का दर्शन कर मां आदिकाली का दर्शन करने के बाद बनगांव विषहरा माता का दर्शन करने के बाद बाबाजी कुटि बनगांव बाबा को पादुका अर्पित कर भगवती दुर्गा का दर्शन करने के बाद पुनः मुख्य मार्ग होते हुए देबना, रहुवा, सिहौल, बिहरा,पंचगछिया तुनियाही, पूरुषोतमपूर पुरीख होते हुए बैकुंठ धाम परसरमा पहुंच पूजा अर्चना के बाद यात्रा को विराम दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 32 किलोमीटर की दूरी लगभग 9 घंटे में तय किया जाएगा।यात्रा को सफल बनाने में साधना स्थल के व्यवस्थापिका राजनंदनी, ग्राम कचहरी प्रधान संतोष सिंह, पूर्व पंचायत समिति सुधाकर, डॉ उदय कुमार मिश्रा, पप्पू मिश्र, रंजीत मिश्र सुजय सिन्हा एलआईसी सुदीप मिश्रा,प्रफुल्ल मिश्र, पं. लूटन मिश्र, पंडित राजकुमार मिश्र, पंकज प्रियतम, तांत्रिक विभूति टुनटुन, मुकेश बाबा,नाल वादक अमित राम दुखा राम सहित काफी संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे। प्रभाकर ने बताया कि विश्व शांति एवं कल्याण के लिए चरण पादुका यात्रा का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत परमहंस लक्ष्मीनाथ गोसाई द्वारा लिखित भजन कीर्तन का भी आयोजन किया जाता है।
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