नालंदा न्यूज़: मनरेगा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां जारी हैं. इसका खुलासा जांच रिपोर्ट से हो रहा है. हालांकि, जांच के बाद कठोर कार्रवाई भी जारी है. डीडीसी वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए निरंतर कार्य जांच व कार्रवाई जारी है.
अब तक 15 से अधिक मामलों की जांच की गयी है. मनरेगा में गड़बड़ी वाले कर्मियों पर कार्रवाई की जा रही है. शिकायत के आलोक में पीओ से लेकर जेई व पीआरएस पर कार्रवाई की गयी है. विभागीय कार्रवाई से लेकर एफआईआर का आदेश दिया गया है.
उन्होंने बताया कि बड़ी कार्रवाई कतरीसराय की कटौना पंचायत के मामले में की गयी है. यहां मराड़ी पोखर के जीर्णोद्धार कार्य में अनियमितता की शिकायत की गयी थी. शिकायत के बाद डीएओ व मनरेगा के कार्यपालक अभियंता से जांच करायी गयी.
जांच में मामला स्पष्ट होने के बाद के बाद कार्रवाई की गयी. इस प्रखंड के लेखापाल आलोक आनंद, रोजगार सेवक परमानंद कुमार सविता व पंचायत तकनीकी सहायक उमेश कुमार को चयनमुक्त करते हुए एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है.
जांच के बाद वहां के कनीय अभिंयता, पीओ पंचायत तकनीकि सहायक एवं पंचायत रोजगार सेवक से राशि की वसूली का आदेश विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया गया है.
हरनौत की बसनियावां पंचायत में मनरेगा व सात निश्चय से कार्य एवं राशि की निकासी के मामले में संतोष कुमार एवं पूर्व मुखिया पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है. उक्त पंचायत के रोजगार सेवक, पीटीए की वेतन वृद्धि पर भी रोक लगा दी गयी है.