नौकरी के बदले जमीन मामले: लालू-राबड़ी के साथ उनकी दो बेटियों के खिलाफ केस दर्ज

रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी दो बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के खिलाफ CBI ने FIRआर दर्ज की है

Update: 2022-05-20 14:45 GMT

रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी दो बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के खिलाफ CBI ने FIRआर दर्ज की है. हेमा यादव का नाम पहली बार किसी मामले में सामने आया है. नौकरी के बदले जमीन के इस मामले में कुल 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. FIR दर्ज होने के बाद CBI इन्हें पूछताछ के लिए बुला सकती है. इससे पहले लालू परिवार के तेजस्वी यादव, तेज प्रताप, मीसा और उनके पति शैलेश का नाम अलग अलग मामलों में आ चुका है लेकिन हेमा यादव का नाम पहली बार किसी मुकदमे में आया है. हेमा लालू प्रसाद की पांचवी बेटी है. हेमा यादव ने बीआईटी रांची से बीटेक की डिग्री ली है. उनकी शादी दिल्ली की एक पॉलिटिकल फैमिली में हुई है. हेमा के पति का नाम विनीत यादव है और वह भी पॉलिटिक्स में एक्टिव हैं.

लालू प्रसाद के 15 ठिकानों पर छापेमारी
इससे पहले शुक्रवार को लालू प्रसाद के 15 ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की. सीबीआई ने पटना, दिल्ली, भोपाल, और गोपालगंज के कई ठिकानों पर रेड मारा. गोपालगंज के उचकां गांव थाना क्षेत्र के इटवा गांव में सीबीआई ने छापेमारी की है. यहां लालू के रिश्तेदार और करीबियों के घर पर छापेमारी की गयी तो वहीं इटवा गांव में हृदयानंद यादव, देवानंद यादव और अशोक यादव के घर पर छापेमारी हुई. यहां से सीबीआई की टीम दो लोगों को पूछताछ के लिए ले गई है. गोपालगंज में सीबीआइ की एक टीम ने राबड़ी देवी के मायके में भी छापेमारी की है. यहां फुलवरिया प्रखंड के सेलार कला गांव में राबड़ी देवी की बहन के घर छापमारी की गई है
करीब 10 घंटे चली पटना में छापेमारी
सीबीआई की टीम ने यहां सबसे ज्यादा देर तक पटना में राबड़ी देवी के आवास पर छापेमारी की. इस दौरान राबड़ी आवास के बाहर आरजेडी कार्यकर्ताओं ने सीबीआई के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सीबीआई का पुतला भी जलाया. आरजेडी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि यह बहुत पुराना मामला है और इसमें केवल परेशान करने के लिए ऐसी कार्रवाई की जा रही है. तो वहीं आरजेडी छापेमारी के विरोध में ट्वीट किया 'तानाशाही हुकूमतें चाहे हम पर कितना भी दबाव बनाएं, राष्ट्रीय जनता दल लोगों के हक-हुकूक के लिए बिना डरे, बिना झुके, लड़ता आया है और लड़ता रहेगा. वहीं आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जिस तरह से जातीय जनगणना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की बात हुई इससे बीजेपी घबरा गई है.
बीजेपी ने लालू को बताया भ्रष्टाचार का प्रतीक
इधर छापेमारी पर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने लालू परिवार को भ्रष्टाचार का प्रतीक बताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'लालू यादव, उनका परिवार बिहार में भ्रष्टाचार का प्रतीक है।' इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट किया म मुझे ज़मीन दो ,मैं तुम्हें नौकरी दूँगा यह लालू का नारा था. शिवानंद तिवारी ने ही सबसे पहले डॉक्टर मनमोहन सिंह को ज्ञापन दिया था की इसकी जांच कराई जाय.
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