मानकों को पूरा करने के बाद भी कृष्णाब्रह्म उपेक्षित
बैग से 31 पीस शराब बरामद किया
बक्सर: किसी भी गांव या शहर के लिए विकास अहम मायने रखता है. आम लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराए बगैर विकास की बात करनी बेमानी होगी. वैसे विकास शब्द की उत्पत्ति गरीब, उपेक्षित, पिछड़े व शोषित वर्गों के संदर्भ में हुई है. लेकिन, अफसोस इस अवधारणा को धरातल पर मूर्त रूप नहीं दिया जा पा रहा है.
जिले के महत्वपूर्ण बाजारों में शुमार कृष्णाब्रह्म विकास के मामले में उपेक्षित है. बुनियादी सुविधाओं की यहां घोर किल्लत है. गांव सहित प्रमुख बाजार का अब तक समुचित विकास नहीं हो पाया. लोगों को आज भी शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, बिजली व बेहतर सड़क की कमी खल रही है. कृष्णाब्रह्म जिले का एक मात्र ऐसा थाना है, जहां चार प्रखंडों की सीमाएं आपस में मिलती है. डुमरांव प्रखंड के अरियांव, सोवां, छतनवार, नुआंव व लाखनडिहरा पंचायत के कुछ गांव, जबकि सिमरी प्रखंड के ढकाईच, कठार व चक्की प्रखंड के अरक पंचायत आते हैं. वहीं ब्रह्मपुर प्रखंड के योगियां पंचायत के कुछ गांव इस थाने में पड़ते हैं. एनएच-922 पर बसा भीड़-भाड़ वाला कृष्णाब्रह्म प्रखंड के सारे मानकों को पूरा करने के बावजूद विकास सुविधाओं से महरूम है. फिलहाल, स्थानीय ग्रामीण कुव्यवस्थाओं के बीच अपना जीवन-बसर करने को मजबूर हैं. अर्वाचीन सम् सामाजिक संगठन की अध्यक्ष पुष्पा देवी व समाजसेवी मोहनदास सिंह ने बताया कि कृष्णाब्रह्म प्रखंड का दर्जा प्राप्त करने के सारे मानकों को पूरा करता है.
बावजूद क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व अधिकारी इसके लिए ठोस पहल नहीं कर रहे हैं. बताया कि अगर, कृष्णाब्रह्म को प्रखंड का दर्जा प्रदान कर दिया जाए तो क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के साथ आम लोगों के जीवन में काफी बदलाव आएगा.
बैग से 31 पीस शराब बरामद किया
नगर के स्टेशन रोड स्थित कवलदह पोखरा के समीप लावारिस बैग से 31 पीस शराब पुलिस ने बरामद की है. नगर थाना पुलिस के अनुसार गुप्त सूचना मिली कि कवलदह पोखरा के पास एक बैग लावारिश हालत में पड़ा है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जब बैग की तलाशी ली तो उसमें से 31 पीस शराब की शीशी बरामद हुई. पुलिस ने इस मामले में अज्ञात कारोबारी के खिलाफ मामला दर्ज की है.