Katihar: जिले में किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए होगी नारियल की खेती
पहली बार नारियल की खेती को बढ़ावा देने की योजना बनाई
कटिहार: बाढ़-सुखाड़ से त्रस्त जिले के किसानों की आमदनी बढ़ाने को लेकर उद्यान विभाग ने जिले में पहली बार नारियल की खेती को बढ़ावा देने की योजना बनाई है. तमिलनाडु व आंध्रप्रदेश की तरह जिले में नारियल की खेती के लिए उद्यान विभाग इस वित्तीय वर्ष में प्रयोग के तौर पर पांच सौ नारियल का पौधा किसानों को 75 फीसदी अनुदान पर उपलब्ध कराएगा. जबकि, अगले वित्तीय वर्ष में आठ सौ पौधा किसानों के बीच वितरण करने का लक्ष्य है. इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी. जिले के उद्यान विभाग के सहायक निदेशक के अनुसार प्रति किसान न्यूनतम पांच पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे. नारियल विकास योजना के तहत पौधे लगाये जाएंगे. एक पौधा के लिए किसानों को 21 रुपए देने होंगे. पौधा नारियल विकास बोर्ड के पटना स्थित नर्सरी से किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा. नारियल की मांग को देखते हुए सरकार ने नारियल की खेती को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है. सरकार का मानना है कि नारियल खेती करने से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. किसान आर्थिक रूप से संपन्न होंगे. ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के किसान योजना का लाभ उठा सकते हैं.
जिले की जलवायु है नारियल की खेती के लिए अनुकूल विभाग के अनुसार जिले की जलवायु नारियल की खेती के लिए अनुकूल है. किसान नारियल का पौधा अपने घरों के आसपास, किचेन-गार्डेन या खेत कही भी लगा सकते हैं. नारियल का प्रति पौधा दर 85 रुपए है. लेकिन, 75 प्रतिशत सरकारी अनुदान मिलेगा. जिससे किसानों को मात्र 21.25 रुपए प्रति पौधा जमा करना होगा.
ऐसे मिलेगा योजना का लाभ: जिस जमीन में पौधे लगाये जाएंगे, उसकी रसीद किसानों को लगाना अनिवार्य होगा. योजना का लाभ लेने के लिए विभागीय साइट पर किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. इसके लिए किसान पंजीकरण भी अनिवार्य है. इसके बाद ही योजना का लाभ मिलेगा. कृषकों का चयन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जायेगा. पौधे अनुदानित दर पर वितरित करने को लेकर जिला उद्यान कार्यालय तैयारियों में जुटी है. ताकि निर्धारित लक्ष्य के अनुसार पौधा लगाया जा सके.