जांच हो नहीं रही लेकिन हर दिन ले रहे स्वाब का सैंपल

Update: 2023-04-21 11:38 GMT

धनबाद न्यूज़: बाघमारा के नवीन कुमार को आरटी-पीसीआर से कोरोना जांच की रिपोर्ट चाहिए थी. एसएनएमएमसीएच के ओपीडी में उन्होंने स्वाब का सैंपल दिया. रिपोर्ट के संबंध में कर्मी ने यह कह दिया कि जांच अभी बंद है. खैर नवीन ने सदर अस्पताल जाकर रैट किट से जांच कराई और रिपोर्ट ली. लेकिन सवाल यह है कि जब आरटी-पीसीआर जांच बंद है तो लोगों का सैंपल क्यों लिया जा रहा है.

एसएनएमएमसीएच में आरटी-पीसीआर लैब लगभग एक सप्ताह से बंद है. वहां कोरोना जांच नहीं की जा रही है. एसएनएमएमसीएच के ओपीडी में प्रतिदिन कम से कम 50 लोगों का सैंपल आरटी-पीसीआर जांच के लिए लिया जा रहा है. ज्यादातर लोग कोरोना जांच के लिए सैंपल देने से मना करते हैं. विवाद होता है. बावजूद उनका सैंपल यह कह कर लिया जाता है कि विभाग का आदेश है.

सैंपल देने वाले यदि रिपोर्ट मांगने आ जाते हैं तो उन्हें आरटी-पीसीआर लैब और ओपीडी के सैंपल कलेक्शन सेंटर के बीच दौड़ाया जाता है और लोग परेशान होते रहते हैं.

संसाधन की कमी से बंद है लैब जिले का एकमात्र सरकारी आरटी-पीसीआर लैब संसाधन की कमी के कारण बंद हो गया है. यहां रिएजेंट (केमिकल) से लेकर जांच किट तक नहीं है. माइक्रोबायोलॉजी विभाग के कई बार पत्राचार के बाद भी न तो सरकार से जरूरी सामान की आपूर्ति हुई और न जिलास्तर पर जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग या मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने कोई व्यवस्था की. नतीजा लैब बंद करनी पड़ी.

जमा हो गए 358 सैंपल

एसएनएमएमसीएच की आरटी-पीसीआर लैब में कोरोना जांच के लिए 358 सैंपल जमा हो गए हैं. यह सैंपल पिछले छह दिनों में लोगों से लिया गया है. इसकी जांच कब होगी, अधिकारी भी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बता पा रहे हैं.

इस उम्मीद पर सैंपल लिए जा रहे हैं कि लैब को जल्द सामग्री उपलब्ध कराई जएगी. सामग्री मिलते ही जांच होने लगेगी. सारे जमा सैंपलों की जांच कर दी जाएगी. सैंपल दो महीने तक सुरक्षित रखे जा सकते हैं. इसके लिए लैब में -20 डिग्री तापमान मेंटेन करने के लिए फ्रीज उपलब्ध है.

-डॉ सुजीत तिवारी, विभागाध्यक्ष, माइक्रोबायोलॉजी एसएनएमएमसीएच

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