विषय शिक्षक की कमी के बीच इंटर की प्रायोगिक परीक्षा शुरू

Update: 2023-01-13 11:59 GMT

छपरा न्यूज़: इंटरमीडिएट प्रायोगिक परीक्षा इस वर्ष भी बगैर विषय शिक्षकों के मशरक के आधा दर्जन से अधिक प्लस टू विद्यालय में से शुरू हुई.इंटरमीडिएट के विज्ञान व कला संकाय में बगैर शिक्षक छात्रों का नामांकन के बाद पठन पाठन हुए बगैर सीधे परीक्षा में बैठना पड़ा है जिस वजह से 70 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को प्रायोगिक की कौन कहे विषय की भी जानकारी सही तरीके से नहीं है. किसी भी परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी प्रयोगशाला में नहीं पहुंचे . सभी जगह निर्धारित कमरे में योजना के आधार पर बैठ बोर्ड से आई कॉपी पर प्रश्नपत्र से आंसर लिख जमा किए . कई जगह बच्चों को आंसर भी सुविधानुसार उपलब्ध मिला . जानकारी के अनुसार मशरक मुख्यालय के प्लस टू उच्च विद्यालय में जीव विज्ञान व रसायन के शिक्षक जबकि हरपुरजान प्लस टू स्कूल में सिर्फ जीव विज्ञान के शिक्षक हैं. कला संकाय की प्रायोगिक परीक्षा भी आज से शुरू हुई जिसके लिए भी पूरे प्रखंड में इक्के दुक्के शिक्षक ही हैं.

जिले के अन्य स्कूलों में मौजूद इक्के-दुक्के विषय शिक्षक एक दिन दर्जनों जगह आंतरिक व बाह्य परीक्षक के रूप में कॉपी व अंक पत्रक पर हस्ताक्षर करते हैं. गंडामन हादसे के बाद सीएम द्वारा गोद लिए गांव का विद्यालय सीधे प्लस टू में उत्क्रमित हुआ लेकिन एक भी विज्ञान और कला संकाय के प्रायोगिक विषय में शिक्षक आज तक नहीं मिले. प्लस टू स्कूल चैनपुर में प्लस टू संकाय एकमात्र संगीत शिक्षक के भरोसे चल रहा है जबकि अन्य विद्यालय में भी प्लस टू शिक्षक नहीं है.

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