बिहार में सबसे ज्यादा भागलपुर में पड़ी सूखे की मार

Update: 2022-10-19 13:50 GMT
बिहार . बादलों ने इस सीजन में आसमान में खूब डेरा डाले रखा, लेकिन बरसा नहीं. इसका परिणाम यह हुआ कि पूरा बिहार सूखे की चपेट में आ गया. अगर सभी 38 जिलों की बात करें तो बिहार में सबसे ज्यादा सूखे की मार (सबसे कम बारिश) भागलपुर जिले में पड़ी. कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो कम बारिश होने का असर अब खरीफ की फसलों पर पड़ेगा और उत्पादन कम होगा.
भारतीय मौसम विभाग पटना ने बिहार के सभी 38 जिलों में एक जून से लेकर 30 सितंबर के बीच हुई बारिश का आंकड़ा जारी किया है. इन आंकड़ों के अनुसार, बिहार में औसत बारिश 992.2 मिमी की तुलना में महज 683.3 मिमी बारिश हुई. जो कि सामान्य बारिश की तुलना में 31 प्रतिशत तक कम है. वहीं भागलपुर जिले में इस अवधि के दौरान सामान्य से 59 प्रतिशत कम बारिश हुई, जो कि इसे जिले को पूरे बिहार में सबसे कम बारिश वाला जिला बनाता है.
दआईएमडी पटना के आंकड़ों के अनुसार, लखीसराय जिले में सामान्य से 54 प्रतिशत कम बारिश हुई, जो कि बिहार के सभी 38 जिलों में इस जिले को दूसरा सबसे कम बारिश वाला जिला बनाता है. वहीं तीसरे स्थान पर सीतामढ़ी जिला है, जहां पर सामान्य से 53 प्रतिशत कम बारिश, चौथे नंबर पर शेखपुरा जिला (सामान्य से 51 प्रतिशत कम बारिश) और पांचवें नंबर पर सारण जिला (सामान्य से 50 प्रतिशत कम बारिश) रहा. वहीं बिहार में किशनगंज, अररिया, सुपौल, सिवान व नवादा जिले ऐसे हैं, जहां पर सामान्य बारिश की तुलना में 20 या इससे कम प्रतिशत बारिश हुई. यानी इन जिलों में सामान्य बारिश की तुलना में कम बारिश तो हुई, लेकिन यहां पर सूखे की मार बिहार के अन्य जिलों की तुलना में कम है.. बादलों ने इस सीजन में आसमान में खूब डेरा डाले रखा, लेकिन बरसा नहीं. इसका परिणाम यह हुआ कि पूरा बिहार सूखे की चपेट में आ गया. अगर सभी 38 जिलों की बात करें तो बिहार में सबसे ज्यादा सूखे की मार (सबसे कम बारिश) भागलपुर जिले में पड़ी. कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो कम बारिश होने का असर अब खरीफ की फसलों पर पड़ेगा और उत्पादन कम होगा.
भारतीय मौसम विभाग पटना ने बिहार के सभी 38 जिलों में एक जून से लेकर 30 सितंबर के बीच हुई बारिश का आंकड़ा जारी किया है. इन आंकड़ों के अनुसार, बिहार में औसत बारिश 992.2 मिमी की तुलना में महज 683.3 मिमी बारिश हुई. जो कि सामान्य बारिश की तुलना में 31 प्रतिशत तक कम है. वहीं भागलपुर जिले में इस अवधि के दौरान सामान्य से 59 प्रतिशत कम बारिश हुई, जो कि इसे जिले को पूरे बिहार में सबसे कम बारिश वाला जिला बनाता है.
दआईएमडी पटना के आंकड़ों के अनुसार, लखीसराय जिले में सामान्य से 54 प्रतिशत कम बारिश हुई, जो कि बिहार के सभी 38 जिलों में इस जिले को दूसरा सबसे कम बारिश वाला जिला बनाता है. वहीं तीसरे स्थान पर सीतामढ़ी जिला है, जहां पर सामान्य से 53 प्रतिशत कम बारिश, चौथे नंबर पर शेखपुरा जिला (सामान्य से 51 प्रतिशत कम बारिश) और पांचवें नंबर पर सारण जिला (सामान्य से 50 प्रतिशत कम बारिश) रहा. वहीं बिहार में किशनगंज, अररिया, सुपौल, सिवान व नवादा जिले ऐसे हैं, जहां पर सामान्य बारिश की तुलना में 20 या इससे कम प्रतिशत बारिश हुई. यानी इन जिलों में सामान्य बारिश की तुलना में कम बारिश तो हुई, लेकिन यहां पर सूखे की मार बिहार के अन्य जिलों की तुलना में कम है.
Tags:    

Similar News

-->