मोतिहारी न्यूज़: फलका प्रखंड में विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण खनन माफिया द्वारा बरंडी नदी के बांध का मिट्टी काटकर धड़ल्ले से बिक्री किया जा रहा है. दबंगई इस कदर है कि रात के अंधेरा की बात तो दूर दिन के उजाले में बेखौफ होकर मिट्टी काटकर बिक्री कर रहे हैं. जिससे सरकार को लाखों का राजस्व का चूना लग रहा है.
मालूम हो कि मोरसंडा गांव के खनन माफिया द्वारा क्षेत्र के गिरयामा इमली टोला समीप बरंडी नदी के बांध का मिट्टी जेसीबी मशीन एवं मजदूरों द्वारा काटकर धड़ल्ले से बिक्री किया जा रहा है. जबकि मामले की जानकारी स्थानीय प्रशासन को होने के बावजूद उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं करना साफ-साफ प्रशासन की लापरवाही व उदासीनता को दर्शाता है. जिस कारण खनन माफियाओं का मनमानी दिन प्रतिदिन चरम सीमा पर है. बांध की मिट्टी कटाई के कारण बरसात के मौसम में नदी में पानी का दवाब बढ़ने पर आसपास खेतों का कटाव व बाढ़ का खतरा से इंकार नहीं किया जा सकता है.
कटाव के भय से स्थानीय ग्रामीण काफी भयभीत रहते हैं. गौरतलब हो कि प्रखंड क्षेत्र में इनदिनों बरंडी नदी और थॉमस बांध के किनारे मिट्टी माफियाओं के द्वारा लगातार मिट्टी का अवैध खनन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है.
15 से 20 फीट गहराई तक मिट्टी का खनन, नदी-बांध हुआ कमजोर
क्षेत्र में कहीं दिन तो कहीं रात में जेसीवी मशीन लगाकर खुलेआम मिट्टी माफियाओं द्वारा खनन का कार्य चल रहा है. बताते चले कि मोरसंडा पंचायत के इमली टोला समीप बरंडी नदी और इसी पंचायत में कमला घाट मुसहरी टोला समीप बरंडी व थॉमस बांध के किनारे अवैध मिट्टी का खनन बेरोक टोक किया जा रहा है. 15 से 20 फीट गहराई तक मिट्टी का खनन ने नदी व थॉमस बांध को कमजोर कर दिया है. इसके अलावा भरसिया पंचायत के चपरेला गांव समीप करबोला घाट समीप नदी के किनारे धड़ल्ले से मिट्टी कटाई किया जा रहा है. ग्रामीणों की माने तो मोरसंडा व निसुन्दरा क्षेत्र में कई सफेदपोश माफिया हैं जो लगातार इस इलाके में दहशत बनाकर मिट्टी कटाई को अंजाम दे रहे हैं.
खनन विभाग द्वारा कार्रवाई किया जाना है, फिर भी संबंधित राजस्व कर्मचारी से मिट्टी की अवैध खनन की जांच करवाकर खनन माफियाओं पर जल्द हीं कार्यवाही की जाएगी.
-दिवाकर कुमार,
सीओ, फलका