आईआईटी पटना-आईआईएम बोधगया शिक्षा और शोध में अपनी साझेदारी को मजबूत करेंगे

समझौता ज्ञापन पर आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता एस सहाय और आईआईटी पटना निदेशक डॉ. टीएन सिंह ने हस्ताक्षर किया

Update: 2024-04-24 06:46 GMT

पटना: आईआईटी पटना और आईआईएम बोधगया की ओर से शिक्षा और अनुसंधान में अपनी साझेदारी को मजबूत करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया. दोनों केंद्रीय संस्थान शिक्षा और शोध में अपनी साझेदारी को मजबूत करेंगे. समझौता ज्ञापन पर आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता एस सहाय और आईआईटी पटना निदेशक डॉ. टीएन सिंह ने हस्ताक्षर किया. समझौता ज्ञापन के तहत दोनों संस्थानों के फैकल्टी सदस्यों के बीच शैक्षणिक, रिसर्च और कंसल्टिंग सहयोग की सुविधा करेंगे. इस सहयोग में रिसर्च सुविधाओं को साझा करना, संयुक्त रिसर्च प्रयासों को सक्षम करना और शोध क्षमताओं को बढ़ाना भी शामिल है. आईआईटी पटना की ओर से बताया गया कि समझौता ज्ञापन संयुक्त दोहरी डिग्री कार्यक्रम शामिल हैं. दोनों संस्थानों ने आशा जताई है कि आईआईटी पटना का तकनीकी कौशल और आईआईएम का प्रबंधकीय कौशल छात्रों को विशेषज्ञता प्रदान करेगा.

यह एमओयू, पांच साल के लिए वैध है और उसके बाद बढ़ाया जा सकता है. एमओयू में कोई भी संशोधन आपसी समझ और सम्मान के सिद्धांतों पर जोर देते हुए आपसी समझौते के माध्यम से किया जाएगा. अंतर्राष्ट्रीय सहयोग भी एमओयू का एक प्रमुख फोकस है, जिसके अंतर्गत दोनों संस्थान विनिमय कार्यक्रमों, रिसर्च साझेदारी और प्रकाशनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ जॉइंट वेंचर में शामिल होंगे. उद्योग की जरूरतों के अनुरूप एक्जीक्यूटिव शिक्षा कार्यक्रम और प्लेसमेंट गतिविधियों में सहयोगात्मक प्रयास भी इसी समझौते का एक हिस्सा है. जो एकेडमिक उत्कृष्टता के लिए दोनों संस्थानों की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालता है. इस मौके पर आईआईएम बोधगया की फैकल्टी और आईआईटी पटना के एकेडमिक डीन प्रो. एके ठाकुर, डॉ. एके वर्मा, डॉ. एनके तोमर समेत कई लोग मौजूद थे.

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