मैं बोझ बन गई हूं, मम्मी-पापा को सिर्फ रिजल्ट से मतलब है… लिखकर फंदे पर लटक गई बेटी
लिखकर फंदे पर लटक गई बेटी
बिहार :के जमुई में पॉलिटेक्निक की एक छात्रा ने फंदे से लटककर जान दे दी. पॉलिटेक्निक कॉलेज में इंजीनियरिंग प्रथम वर्ष की छात्रा ने मंगलवार देर रात फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. बुधवार को छात्रावास में रहने वाली दूसरी लड़कियां जब उसे नाश्ते के लिए बुलाने गई तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था. इसके बाद छात्राओं ने इसकी जानकारी वार्डन को दी तब उसका कमरा खोला गया तो छात्रा का शव फंदे से लटका मिला. छात्रा लखीसराय जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के महसौडा गांव की रहने वाली थी. 19 वर्षीय छात्रा के पिता मुकेश कुमार हाईस्कूल के टीचर हैं. उसने पिता के स्कूल से ही 12वीं तक की पढ़ाई की थी. इसके बाद वह जमुई के पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ने के लिए पिछले सप्ताह पहले कॉलेज आई थी.
घटना के बारे में वार्डन गजाला परवीन ने बताया कि छात्रा को पहले कॉलेज की तरफ से रूम नंबर 210 अलॉट किया गया था. इसके बाद उसने कहा उसे देर रात तक पढ़ने की आदत है. इसलिए वह अकेले कमरे में रहना चाहती है तब उसे रूम नंबर 404 दिया गया था. वार्डन ने कहा कि मंगलवार रात को कॉलेज की दूसरी छात्राओं के साथ उसने खाना खाया इसके बाद वह रूम नंबर 404 में चली गई थी. दूसरी छात्राओं ने उसे सुबह यह सोचकर नहीं जगाया कि वह देर रात तक पढ़ने के लिए जगी होगी.
नाश्ता करने बाहर नहीं आई तो…
हॉस्टल में छात्राओं को 8.30 बजे नाश्ता दिया जाता है. लेकिन 9.30 बजे तक भी जब वह जब नाश्ता करने के लिए नहीं आई तो सुबह 9:40 बजे के करीब लड़कियां उसे जगाने गई. तब कमरे का दरवाजा नहीं खुला. इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना वार्डन को दी. तब वार्डन और प्रिंसिपल छात्रावास पहुंचे और दरवाजे को खोलने का प्रयास किया. लगातार दरवाजा खटखटाने और पीटने की वजह से अंदर की सिटकनी किसी तरह खुल गई. अंदर छात्रा फांसी के फंदे में लटकी हुई थी. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
सुसाइड नोट में है गंभीर सवाल
छात्रा ने एक 6 पेज का सुसाइड नोट भी छोड़ा है. जिसमें उसने मां बाप पर पढ़ाई के लिए दबाव बनाने की बात लिखी है. सुसाइड नोट में किस तरह लॉकडॉउन में उसका पढ़ाई प्रभावित हुआ और फिर अच्छे नबंर नहीं आए. इसके बाद छात्रा के मां बाप ने उसे ताने मारे और उसकी शादी कराने की बात करने लगे. छात्रा ने सुसाइड नोट लिखा है उसका सार है कि मां-बाप उसके मेहनत को नहीं देखते हैं. उन्हें सिर्फ रिजल्ट से मतलब छात्रा ने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह अपने मां के लिए बोझ बन गई है.