एक ही छत के नीचे पांच तरह के स्वास्थ्य संस्थान कैसे चलाए जा सकते हैं: सम्राट चौधरी

बिना भवन स्वास्थ्य संस्थानों को मान्यता नहीं

Update: 2024-03-18 06:26 GMT

सिवान: उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि एक ही छत के नीचे पांच तरह के स्वास्थ्य संस्थान कैसे चलाए जा सकते हैं. बिना भवन और फैकल्टी के नर्सिंग कॉलेज या किसी स्वास्थ्य संस्थान के संचालन की मान्यता नहीं दी जा सकती है. राज्य में नर्सिंग कॉलेजों की गुणवत्ता जांच के लिए क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया से करार किया गया है. वे राज्य स्वास्थ्य समिति में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाली महिला अधिकारियों और कर्मियों को सम्मानित करने के बाद संबोधित कर रहे थे. पुरस्कृत होने वालों में संयुक्त सचिव अलंकृता पाण्डेय, निदेशक प्रमुख रोग नियंत्रण कार्यक्रम डॉ. निहारिका शरण सहित 43 महिला अधिकारी व कर्मी शामिल हैं.

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व बिहार में है. यहां की करोड़ आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए बहुत काम करना होगा. छह दिनों में अभियान के तहत बिहार में लगभग 75 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं. आयुष्मान के तहत गरीब परिवार को सालाना 5 लाख रुपए मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है. उन्होंने कहा कि घर और बाहर संतुलन किस प्रकार स्थापित करना है, यह कला सिर्फ महिलाओं को ही आती है.स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि पिछले वर्ष से राज्य स्तर पर ‘फ्लोरेंस नाइटएंगल अवॉर्ड’ की शुरुआत की गई है. स्वास्थ्य विभाग के परिवार में 60 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं. उन्होंने बताया कि ई-क्षमता मोबाइल एप से नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करने में सुविधा होगी.

मिशन उन्नयन लॉन्च

बिहार में पहली बार नर्सिंग सेवाओं की गुणवत्ता को उच्चस्तर तक ले जाने के लिए मिशन उन्नयन लॉन्च किया गया. इसका उद्देश्य है कि आनेवाले दिनों में राज्य की पांच हजार नर्सों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की सेवाओं के योग्य बनाया जाए. विश्व महिला दिवस के पूर्व उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री सम्राट चौधरी ने इस मिशन की लॉन्चिंग की.

Tags:    

Similar News

-->