बिहार नगर निकाय चुनाव को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई, भाजपा बोली, 'अहंकार टूटा'
पटना, (आईएएनएस)| बिहार में नगर निकाय चुनाव को लेकर अब रास्ता साफ हो गया है। पटना उच्च न्यायालय में राज्य सरकार ने नगर निकाय चुनावों में ओबीसी को राजनीतिक आरक्षण देने के लिए एक डेडीकेटेड कमीशन का गठन कर दिया है। बताया जा रहा है कि 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंप देगी और उस रिपोर्ट के अवलोकन के बाद ही राज्य निर्वाचन आयोग बिहार में निकाय चुनाव अधिसूचित करेगा।
इधर, सरकार के इस निर्णय के बाद भाजपा सरकार पर निशाना साध रही है।
भाजपा के नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश की अवहेलना कर बिहार में अतिपिछड़ों को आरक्षण दिये बिना चुनाव कराने की जिद पर अड़े मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हाईकोर्ट में मुंह की खानी पड़ी। उन्हें कोर्ट के सामने आत्मसमर्पण करना पड़ा।
मोदी ने कहा कि यदि सरकार ने विशेष आयोग बनाने का निर्णय पहले कर दिया होता, तो यह फजीहत नहीं होती। नीतीश कुमार की हालत उस पठान जैसी है, जिसने 40 जूते भी खाए और 40 प्याज भी। कोर्ट ने उनके अहंकार को तोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि जब महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में निकाय चुनाव पर रोक लगने का हवाला देकर हम नीतीश कुमार से बार-बार कह रहे थे कि निकाय चुनाव में अतिपिछड़ों को आरक्षण देने के लिए विशेष आयोग बनाया जाए, तब हमें आरक्षण-विरोधी बताया जाने लगा।
मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार की जिद के चलते निकाय चुनाव बीच में रुकने से अतिपिछड़ों के जो करोड़ों रुपये नुकसान हुए, उसकी भरपाई कौन करेगा?
उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट में सरकार को झुकना पड़ा और आयोग बनाकर आरक्षण देने और दिसंबर के पहले निकाय चुनाव कराने की बात माननी पड़ी।
इधर, बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शायद आज अहंकार कुछ कम हुआ होगा। अगर वे पहले ही देश की सर्वोच्च अदालत का निर्देश मान लिए होते तो आज न उनके सलाहकारों को झूठ नहीं बोलना पड़ता और न ही आज नगर निकाय चुनाव को टालने की नौबत आती।
उन्होंने नीतीश कुमार को नसीहत देते हुए कहा, "सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय आपकी जदयू नहीं कि जब चाहा सलाहकार हाथ बांधे, जिससे यस सर की भूमिका में रहे। पीएम बनने की महत्वकांक्षा ने आपकी छवि क्या बना दी? कभी सोचिएगा, आज स्थिति हो गई है कि आप किसी मुद्दे पर पूरा वाक्य नहीं बोल पा रहे हैं।"