Gopalganj: अनिल का शव उनके पैतृक गांव स्थित घर पर पहुंचा
युवक का शव पहुंचते ही गांव में मची चीख पुकार
गोपालगंज: कुवैत की इमारत में को लगी भीषण आग में पंचदेवरी प्रखंड के बनकटिया टोला कली छापर गांव निवासी रघुनाथ गिरि के 35 वर्षीय बेटे अनिल गिरी की मौत हो गई थी. उनकी मौत की खबर के बाद पूरे गांव में मातम छा गया था. वहीं, की देर शाम में अनिल का शव उनके पैतृक गांव स्थित घर पर पहुंचा. शव पहुंचते ही परिजनों सहित आसपास के ग्रामीणों में चीख पुकार मच गई.
घटना के सूचना के बाद अगल-बगल के गांव के हजारों लोग उनके दरवाजे पर इकह्वा हो गए थे. सभी की आंखें नम थीं. यहां बता दें कि अनिल अपने परिवार के जीवकोपार्जन के लिए दूसरी बार माह पूर्व कुवैत गए हुए थे. वहां एनबीटीसी कंपनी में फेब्रिकेशन का काम करते थे और अपने एक रिश्तेदार के साथ रहते थे. घटना के एक दिन पूर्व पत्नी एवं बच्चों से उनकी दूरभाष पर बात हुई थी. अग्निकांड के शिकार होने की सूचना उनके एक रिश्तेदार के द्वारा परिजनों को दी गई थी.
मौत की खबर सुनते ही पत्नी प्रियंका ,07 वर्षीय बेटा मन्नत, 14 वर्षीय बेटी महक, मां आदरमती देवी पिता रघुनाथ गिरि का रो रोकर बुरा हाल हो गया. की रात में गांव के अधिकांश घरों में चूल्हा तक नहीं जला.
सपहां में शव पहुंचते ही मचा कोहराम: गोपालपुर थाने के सपहां गांव में कुवैत से मृतक का शव गांव में पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. गांव के आसपास के ग्रामीणों की भीड़ मृतक के दरवाजे पर उमड़ पड़ी. मृतक स्वर्गीय रामधारी सिंह का 45 वर्षीय पुत्र शिव शंकर सिंह कुशवाहा थे. को कुवैत में हुए अग्निकांड में उनकी मौत हो गई थी. मृतक का शव दिल्ली पहुंचा था. दिल्ली से शव उनके पैतृक गांव लाया गया. इससे पहले बीडीओ सुनील कुमार मिश्र व गोपालपुर थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार मृतक के दरवाजे पर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना व ढांढ़स बढ़ाते रहे. मृतक के शव का अंतिम संस्कार गांव में किया गया. मृतक पिछले आठ वर्ष से कुवैत में कामगार के रूप में एक मॉल में काम कर रहे थे. आठ माह पहले छुट्टी खत्म होने पर वह अपने काम पर गए हुए थे. मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ था. दरवाजे से शव लेकर जब अंतिम संस्कार के लिए परिजन व ग्रामीण निकले तो सबकी आखें नम हो गईं.