Gaya: सरकारी अस्पतालों में मरीजों को नहीं मिल रही अल्ट्रासाउंड की सुविधा
अल्ट्रासाउंड की सुविधा करीब डेढ़ साल से मरीजों को नहीं मिल रही
गया: सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले. इसके लिए सरकार करोड़ों रुपये से नये-नये भवन का निर्माण और सारी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है.
मगध प्रमंडल के सबसे बड़े अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सुविधा करीब डेढ़ साल से मरीजों को नहीं मिल रही है. इसकी मुख्य बजह रेडियोलॉजिस्ट की कमी है. ऐसे में दूर दराज से आये मरीजों को डॉक्टर अल्ट्रासाउण्ड जांच लिखते हैं तो उन्हें बाहर से निजी क्लिनिक में अल्ट्रासाउंड कराना पड़ता है.
मगध मेडिकल में डेढ़ साल से बंद है अल्ट्रासाउंड की सुविधा अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के कारण अल्ट्रासाउंड की सुविधा मरीजों को नही मिल पा रही है. पहले यहां तीन डॉक्टरों के रहने पर सप्ताह में प्रत्येक दिन अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिल पा रही थी. इसके बाद एक डॉक्टर के चले जाने से सप्ताह में दो से तीन दिन यह सुविधा मिलने लगी. इसके बाद एक और डॉक्टर के चले जाने के बाद यह सुविधा आम मरीजों के लिए बंद कर दी गयी है. इस तरह डेढ़ साल से यहां मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल पा रही है. यहां प्रतिदिन 13 से 15 सौ मरीज ओपीडी में इलाज कराने आते हैं. इनमें से औसतन एक सौ से डेढ़ सौ मरीजों का अल्ट्रासाउंड जांच लिखा जाता है.
यह सच है कि रेडियोलॉजी विभाग में डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल पा रही है. इसके लिए विभाग को लिखा भी गया है. अब तक कोई डॉक्टर नहीं मिल पाया है. एक डॉक्टर है जो मेडिको लीगल कार्य करते हैं. इस कारण अल्ट्रासाउंड की सुविधा मरीजों को नहीं मिल पा रही है. केंद्रीय मंत्री जब अस्पताल भ्रमण को आये थे तो उनके सामने भी यह समस्या रखी गयी थी. अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है.
-डॉ. केके सिन्हा, अधीक्षक, मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल, गया.