Gaya: पैक्स राइस मिलों को भी विद्युत कनेक्शन लेना अनिवार्य हुआ
राइस मिलरों को बिजली बिल का देना होगा प्रमाण
गया: जिले में धान खरीद के बाद उसकी कुटाई के लिए पैक्स राइस मिलों को भी विद्युत कनेक्शन लेना अनिवार्य हो गया है. जिन पैक्स राइस मिल में विद्युत कनेक्शन होगा उन्हीं मिलों को धान कुटाई के लिए पैक्स से संबद्ध किया जाएगा. धान कुटाई में जुड़े पैक्स राइस मिलरों को अब बिजली बिल का प्रमाण देना जरूरी कर दिया गया है. जिन पैक्स राइस मिलों का बिजली कनेक्शन रहेगा उसे ही धान कुटाई का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा.
बिहार सरकार एसएफसी व सहकारिता विभाग ने द्वारा जारी फरमान के बाद डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है. खरीफ विपणन मौसम 32024-25 के तहत किसानों से खरीद किये जाने वाले धान से चावल तैयार करने में पारदर्शिता बरतने के उद्देश्य को लेकर विभाग द्वारा यह निर्णय लिया गया है.
विभागीय सूत्रों ने बताया कि खरीद किये गए धान से 290 क्विंटल चावल तैयार करने में करीब 15 से 20 हजार रुपये तक बिजली बिल उठता है. जिले में धान कुटाई के लिए करीब 30 से 35 राइस मिलो का रजिस्ट्रेशन किया जाना है. धान कुटाई के लिए रजिस्ट्रेशन किये गए राइस मिलो में ही धान की कुटाई सुनिश्चिता बनाने के लिए बिजली बिल की प्रति विभाग को जमा कराना जरूरी किया गया है. विभागीय स्तर पर वरीय अधिकारी भी ऐप के माध्यम से राइस मिलों का बिजली बिल का मॉनिटरिंग करेंगे. दिसम्बर के अंतिम सप्ताह से एसएफसी के गोदामों में चावल जमा किये जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
एसएफसी के जिला प्रबंधक राजीव कुमार सिंह ने कहा कि राइस मिलरों व पैक्स राइस मिलरों से हर हाल में विद्युत कनेक्शन करा लेने की अपील की गई है. बिना बिजली कनेक्शन के राइस मिल से पैक्स संबद्ध नहीं किए जाएंगे. धान की कुटाई से तैयार चावल जमा करने के दौरान राइस मिल में उठे बिजली बिल का प्रमाण भी विभाग को जमा करना अनिवार्य है.
विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की: बोधगया महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में चर्च ऑफ प्रॉमिस के द्वारा विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ. इस मौके पर जुटे लोगों ने विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की. समारोह का आयोजन बिसफ आमोस सिंह,रमेश सिंह , एपी समसंम, रेजी अब्राहम, ब्रदर आंनद पॉल के नेतृत्व में हुआ. प्रार्थना सभाएं हुईं और प्रभु यीशु के भाईचारे का संदेश और जगत प्रेम के बारे में बताया गया. इसके बाद लोगों ने कैंडिल जलाकर अपने परिवार के सुखमय जीवन की कामना की.