बगहा। मंगलवार को वाल्मीकि नगर क्षेत्र में स्थित वन विभाग के ऑडियो-वीडियो सभागार में वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया (डब्लू टी आई) एवं वन विभाग के सौजन्य से वन जीवो के बचाव को लेकर 8 रेंज के वन कर्मियों को चल- चित्र के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया ।इस दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में लगभग 45 वन कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। डब्ल्यू टी आई के दिल्ली से आए चीफ जोस लुइस एवं वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल वन्यजीव अपराध नियंत्रण विभाग के दिल्ली से आए ऑफिसर देवव्रत सरकार ने प्रशिक्षण के क्रम में बताया वन तस्करों एवं वन अपराधियों द्वारा वन जीवों के शिकार के लिए बिजली के तार के फंदे का इस्तेमाल किया जा रहा है। प्लास्टिक की रस्सी के जाल बनाकर इस्तेमाल किया जा रहा है। फेरा डॉन जैसे जहर का इस्तेमाल कर वन्य जीवों को मारने का प्रयास किया जा रहा है। वन्यजीवों को पकड़ने के लिए ट्रैप का प्रयोग किया जा रहा है।
हमें बाघ सहित अन्य वन्य जीवों को हर हाल में बचाना व संरक्षण करना है। डब्ल्यू टी आई के स्थानीय फील्ड ऑफिसर पावेल घोष ने कहा कि वन्य जीव बचेंगे तो पर्यावरण सुरक्षित रहेगा।और पर्यावरण बचेगा तो हम बचेंगे। डब्ल्यू टी आई के प्रोजेक्ट हेड अनिल कुमार ने कहा कि वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत जो भी धारा है।उसकी जानकारी वन कर्मियों को दी जा रही है। तथा वन अपराध को रोकने के लिए वन्य अपराधियों के चंगुल से वन्य जीवों को कैसे बचाया जाए। वन्य अपराधियों को कानून के द्वारा सजा दिलाने की जानकारी दी जा रही है। इस अवसर पर वन प्रमंडल 2 के डीएफओ डॉ नीरज नारायण, डब्ल्यू टी आई के देवव्रत सरकार, जोस लुइस,अनिल कुमार,मनीष सिंह तोमर,महिमा शर्मा,पावेल घोष, वाल्मीकि नगर के रेंजर रॉबिन आनंद,मंगुरहा रेंजर सुनील पाठक , डब्ल्यू टी आई के फील्ड ऑफिसर पावेल घोष समेत भारी संख्या में वन कर्मी उपस्थित थे।