नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले पांच गिरफ्तार
झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस में खुलासा किया
दरभंगा: एक कंपनी के नाम पर नौकरी देने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस में खुलासा किया. नेपाल के लड़कों को नौकरी देने के नाम पैसा लिया गया. लड़कों से मनमाफिक काम कराने के लिए उन्हें बंधक बना लिया गया था.
मब्बी ओपी क्षेत्र के गेहुमी के एक मकान में पुलिस ने छापेमारी कर बंधक बनाए गए लगभग तीन दर्जन नेपाली लड़कों को मुक्त कराया. कंपनी का संचालन कर रहे पांच लोगों को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया. आरोपितों की पहचान मध्य प्रदेश के भोपाल जिले के नीलबाड़ा थाना क्षेत्र के नीलवाड़ा निवासी दीपक सिंह,
पंजाब के गुरदासपुर जिले के धारीवाल थाना अंतर्गत बाल निवासी कुलजिंदर सिंह तथा नेपाल के सिरहा जिले के मुकेश पासवान, अनिल कुमार शर्मा एवं रमन कुमार शाह के रूप में हुई है.
पुलिस ने उन लोगों के पास से तीन बाइक, दो लैपटॉप, सात मोबाइल फोन, कई टीवी, कपड़ों का बंडल एवं 70 हजार रुपये नगद बरामद किये हैं. पुलिस गिरफ्तार लोगों से उनके अन्य सहयोगियों के संबंध में पूछताछ कर रही है. सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने मब्बी ओपी पर मीडिया को बताया कि नेपाल के धनुषा जिले के औरही निवासी उपेंद्र शाह का पुत्र रूपेश कुमार मब्बी ओपी पहुंचा. उसने पुलिस को बताया कि एक कंपनी में नौकरी देने के नाम पर उसे बुलाया गया. एक फॉर्म भरने के बाद 80 हजार रुपये जमा कराये गये.
उसके सभी शैक्षणिक दस्तावेज व पहचान पत्र भी रख लिये गये हैं. उसे दो महीने से बंधक बनाकर प्रताड़ित किया जा रहा है. ठीक से भोजन भी नहीं दिया जा रहा है. नौकरी के बदले मार्केटिंग का काम करने को कहा जा रहा है. उस जगह पर कई अन्य लड़कों को भी बंधक बनाकर रखा गया है. यह सारा काम भोपाल का दीपक सिंह अपने सहयोगियों के साथ करता है. एसडीपीओ ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने पर एक टीम का गठन किया गया. पुलिस ने थाना क्षेत्र में दो-तीन जगहों पर छापेमारी कर बंधक बनाए गए लगभग तीन दर्जन लड़कों को मुक्त कराया.
कंपनी का संचालन कर रहे पांच लोगों को गिरफ्तार हुई. श्री कुमार ने बताया कि इन लोगों का एक संगठित गिरोह है जो बेरोजगार लोगों को नौकरी देने के नाम पर ठग रहा है. उन्होंने बताया कि अभी भी आसपास के क्षेत्र में 20 से 30 कमरों मे 100 से अधिक लड़कों को रखा गया है. पुलिस उन जगहों को चिन्हित कर सभी लड़कों को मुक्त कराएगी.
मामले के खुलासे के लिए टीम नेपाल और भोपाल भी जाएगी. स्थानीय स्तर पर इन लोगों को सहयोग देने वाले लोगों को भी चिन्हित कर गिरफ्तार की जाएगी.