गया: टनकुप्पा प्रखंड के बरसौना गांव के किसान अनिल कुमार मेहता इन दिनों पिंक मशरूम की खेती कर रहे हैं. पिंक मशरूम अन्य प्रकार के मशरूम से अलग गुलाबी रंग व विटामिन-प्रोटीन से भरपूर है. इंस्टीट्यूट ऑफ हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा में प्रशिक्षण के बाद किसान ने पिंक मशरूम की खेती शुरू की. उत्पादन देखकर प्रशिक्षित किसान के पास प्रखंड क्षेत्र सहित जिले के बोधगया के जापानी स्वयसेवी संस्था के लोग नई रिसर्च मशरूम खेती की जानकारी लेने पहुंच रहे है.
प्रशिक्षण के बाद शुरू की पिंक मशरूम की खेती जिला उद्यान कार्यालय गया के द्वारा राष्ट्रीय बागवानी मिशन 2023-2024 अंतर्गत गया जिले के चयनित कुल 28 किसानों को मशरूम सहित सब्जियों की आधुनिक तरीके से खेती का प्रशिक्षण को लेकर पिछले फरवरी माह में नोएडा भेजा गया था. इसमें टनकुप्पा प्रखंड से अनिल कुमार मेहता इकलौते किसान थे. प्रशिक्षण में मशरूम की उन्नत किस्म पिंक मशरूम की खेती का प्रशिक्षण दिया गया था. इस क्रम में किसानों को नई मशरूम का बीज भी दिया गया था.
नई किस्म की मशरूम से किसान खुश किसान अनिल कुमार की मेहनत के कारण दो माह के भीतर नई नस्ल की पिंक मशरूम का उत्पादन शुरू कर दिया. किसान उत्पादित पिंक मशरूम को किसानों को दिखाकर खेती करने की विधि बताने में जुटे है. किसान का मानना है कि पिंक मशरूम में अन्य मशरूम के अनुपात में विटामिन-प्रोटीन आदि की मात्रा काफी अधिक है. किसान उत्पादन कर काफी मुनाफा कमा सकते है.